बबेरू/बादां- उत्तर प्रदेश के हिस्से वाला बुंदेलखंड नवदुर्गा महोत्सव की तैयारी में जुट गया है। शहर के छोटे-बड़े देवी मंदिरों में रंग-रोगन का काम शुरू हो गया है। ऐतिहासिक महेश्वरी देवी मंदिर और काली देवी मंदिर समेत शहर के सभी मंदिरों में साफ सफाई तेजी से चल रही है। वहीं मंदिरों की साज सज्जा का काम भी हो रहा है। इसी तरह से शहर के विभिन्न स्थानों में सजने वाले मां के पंडालों में भी सजावट का काम शुरू हो गया है। गुरुवार से शुरू हो रहे नवदुर्गा महोत्सव की तैयारियों में श्रद्धालु रात दिन एक किए हुए हैं। छोटे बड़े मंदिरों समेत शहर के विभिन्न इलाकों में सजने वाले पंडालों में देवी भक्त अभी से साज सज्जा में जुट गए हैं।
सोमवार को शहर के महेश्वरी देवी मंदिर और काली देवी मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में साफ सफाई से लेकर सजावट का काम शुरू किया गया। मंदिर के पुजारी सुल्लू माहराज ने बताया कि नवदुर्गा महोत्सव के दौरान यहां लाखों की संख्या में देवीभक्त मां के दर्शन को पहुंचेंगे। इसे लेकर यहां सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि इस बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सर्तकता बरती जाएगी। वहीं शहर के विभन्न मोहल्लों में करीब दो सैकड़ा से अधिक दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। मोहल्लों के नवयुवक पंडाल सजावट में रात दिन एक किए हुए हैं। नवदुर्गा समितियों के संचालकों का कहना है कि वह अपने मोहल्ले के पंडाल की भव्य सजावट करेंगे और पूरे नौ दिन तक मां की भक्ति में लीन रहेंगे।
प्रतिमाओं को अंतिम रूप दे रहे मूर्तिकार :
नवदुर्गा महोत्सव में जगह-जगह मां के पंडाल स्थापना के बढ़ते चलन को देखकर शहर में कलकत्ता के मूर्तिकार कई माह से डेरा जमाए हुए हैं। नवरात्र का समय नजदीक आते ही वह मां की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। शहर के कालूकुआं मोहल्ले में मां काली मूर्तिकला केंद्र के संचालक मधु पाल का कहना है कि श्रद्धालुओं ने पहले से ही अपनी पसंद की मूर्ति का आर्डर दे रखा है। आर्डर के अनुसार, मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है।
मूर्तिकार का कहना है कि मूर्तियों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि मूर्तियों को बनाने में मंहगाई आडे आ रही है। लेकिन देवी भक्तों के उत्साह को देखकर वह भी अपने साथियों की टीम के साथ जुटे हुए हैं।
मां की अराधना पर भी महंगाई का असर :
नवदुर्गा महोत्सव पर श्रद्धालुओं को महंगाई की मार से जूझना होगा। व्रत में किए जाने वाले फलाहार से लेकर मां दुर्गा के पंडालों की सजावट तक में महंगाई अपना पूरा दखल बनाए हुए है। जहां फलों की कीमत आसमान छू रही है। वहीं मां के चरणों में भेंट किया जाने वाला नारियल और बतासा भी महंगा हो गया है।
देवीभक्तों का हालांकि कहना है कि मां का आशीर्वाद पाने के लिए वह कुछ भी कीमत चुकाने को तैयार हैं। देवी पडांलों की सजावट के सामान की कीमतों में भी खासा इजाफा हुआ है। इससे पंडाल संचालकों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्रीय नवदुर्गा पूजा महोत्सव समिति ने शहर का भ्रमण कर क्षेत्रीय नवदुर्गा समितियों के संचालकों की समस्याओं की जानकारी ली और उनके निस्तारण का भरोसा दिलाया। समिति के महामंत्री अमित सेठ भोलू ने बताया कि शहर के लोगों की प्रमुख समस्या बिजली की रात्रिकालीन कटौती, पेयजल की बिगड़ी व्यवथा, सड़कों पर विचरण करने वाले आवारा जानवर और जगह-जगह फैली गंदगी है, जिससे नवदुर्गा महोत्सव का रंग फीका पड़ सकता है।
उन्होंने बताया कि नवदुर्गा समिति ने बिजली कटौती की समस्या का हल करने के लिए जिला प्रशासन से बात की है। वहीं अध्यक्ष सत्तीदीन शिवहरे ने कहा कि यदि जल्द ही बिजली, पानी और सफाई सहित सभी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो केंद्रीय समिति आंदोलन करेगी।