मनानी, 21 सितंबर – हिमाचल प्रदेश के लाहौल घाटी में निर्मित हो रही पनबिजली परियोजनाओं की जांच करने के लिए पाकिस्तान का एक तीन सदस्यीय जल विशेषज्ञों का दल रविवार को यहां पहुंचा। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। भारत की ओर से केंद्रीय जल आयोग के क्षेत्रीय निदेशक पी. दोरजी ग्यामबा पाकिस्तीन दल के साथ हैं। उन्होंने आईएएनएस को यहां बताया, “पाकिस्तान के सिंधु जल आयुक्त मिर्जा आसिफ बेग के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल सोमवार को लाहौल स्पीती जिले के उदैपुर कस्बे के समीप स्थित 120 मेगावाट के मियार पनबिजली परियोजना का दौरा करेगा।”
निजी क्षेत्र की कंपनी मोजर बेयर इस परियोजना का निर्माण मियार घाटी में चंद्रभागा नदी की सहायक धारा पर करा रहा है।
पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का साथ दे रहे भारतीय दल में सिंधु जल आयुक्त के. वोहरा और वरिष्ठ संयुक्त आयुक्त पी. के. सक्सेना हैं।
दोनों देशों के बीच जल विवाद को सुलझाने के लिए विश्व बैंक की मदद से 1960 में सिंधु जल समझौता हुआ था।
अधिकृत सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी दल देखने के मकसद से पहुंचा है कि चंद्रभागा नदी की मूल धारा में कोई बदलाव तो नहीं किया गया है। यह नदी बाद में जम्मू एवं कश्मीर में प्रवेश करती है जहां इसे चेनाब से जाना जाता है।