अनिल सिंह(भोपाल)- कांग्रेस के संगठन में बड़े बदलाव की तैय्यारियाँ चल रही है,कई दिग्गज इस समय घबराए हुए हैं उन्हें अपने भूत को लेकर भविष्य की चिंता है.जातिवाद या धर्म को लेकर जो नेतागिरी करते थे उनकी नेतागिरी भी ख़त्म करने के संकेत हैं.
अभी भी कांग्रेस के बड़े नेता अपनी हार का ठीकरा संगठन के निचले स्तर के नेताओं पर डाल रहा है.बड़े नेता अपने कर्मों और देश विरोधी नीतियों के बारे में स्वीकरोक्ति से बच रहे हैं.कार्यकर्ता निराश है की अब करें क्या निगम चुनाव सर पर हैं वैसे मुद्दे तो कांग्रेस के पास बहुत हैं लेकिन मोदी की काट कोई भी नहीं यदि मोदी का जादू चला तो कांग्रेस की लुटिया डूबना तय है.
सबसे अधिक चिंता में वे मुस्लिम नेता हैं जिनकी राजनीती सिर्फ सामुदायिक आधार पर थी उन्हें बदलते परिवेश में खतरा मंडराता दिख रहा है.