हरिद्वार, 9 सितंबर – देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या राष्ट्र नवनिर्माण में सहभागिता के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। मुलाकात के दौरान गायत्री परिवार के अधिष्ठाता पं. श्रीराम शर्मा आचार्य की विचारधारा, युग निर्माण योजना और उसके शतसूत्री आयोजन पर लंबी चर्चाएं हुईं। डॉ. पण्ड्या ने गायत्री परिवार द्वारा चलाए जा रहे निर्मल गंगा जन अभियान, वृक्षगंगा अभियान एवं आपदा प्रबंधन में गायत्री परिवार की भूमिका के बारे प्रधानमंत्री को जानकारी दी। साथ ही शिक्षा के अभिनव प्रयोग के रूप में वेदमाता गायत्री ट्रस्ट द्वारा संचालित देवसंस्कृति विश्वविद्यालय की गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला।
डॉ. पण्ड्या ने कहा कि विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ-साथ सुसंस्कारिता के समावेश के लिए देवसंस्कृति विश्वविद्यालय संकल्पित है।
शिक्षा और विद्या पर चर्चा करते हुए डॉ. पण्डया ने कहा कि इन दोनों को जोड़कर शिक्षा को बेहतर बनाया जा सकता है। ऋषि प्रणीत शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित करने का देवसंस्कृति विवि द्वारा शुरू से प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि ऋषि प्रणीत शिक्षा प्रणाली को हर विद्यालय एवं विश्वविद्यालयों में लागू किया जाए। इससे भारत के युवाओं में राष्ट्र निर्माण का भाव पैदा होगा।
वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गायत्री परिवार द्वारा केदारनाथ में किए गए आपदा प्रबंधन कार्यो की प्रशंसा की। उन्होंने अपनी उत्तराखंड यात्रा के दौरान शांतिकुंज आने के अपने अनुभव को याद किया। मोदी ने चारों धाम के विकास में गायत्री परिवार से सहयोग की अपेक्षा की।
इस अवसर पर डॉ. पण्ड्या जी के साथ देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या भी उपस्थित थे।