उज्जैन-महाकाल के मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की पोल सामने आई है.दिव्यांग महिला पर्वतारोही के प्रवेश मसले पर मप्र की काबीना मंत्री ने माफ़ी मांगने जाने की घोषणा की थी अब कुत्ते का पिल्ला ले भीड़ में दर्शन करने को लेकर विवाद गरमा गया है.दरअसल इंदौर की एक महिला जो स्वयं को एक्टर मॉडल बताती है अपने छोटे से कुत्ते के पिल्लै शेडो को लेकर महाकाल मंदिर के गर्भगृह में दर्शन कर आई.वैसे तो कुत्ते के पिल्ले का दर्शन करना गलत नहीं है लेकिन भीड़ भाड़ में सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए यह भारी चूक है.
पिल्ले ने कपड़ों की आचारसंहिता से दूर रह दिगंबर अवस्था में दर्शन किये.एक दिव्यांग पर्वतारोही को साडी न पहनी होने के कारण दर्शन से रोकना और एक अदाकारा के पिल्ले को दिगंबर दर्शन करने की छूट देना महाकाल मंदिर की व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगाता है.
खबर तो यह भी है की पूर्व सुरक्षा एजेंसी जो अच्छा कार्य कर रही थी को हटाकर अपनों को मलाई बांटने के पैरोकारों ने सुरक्षा एजेंसी ही बदलवा दी और अब अपनी मनमर्जी चलवाते हैं.