नई दिल्ली, 5 सितंबर | प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को शिक्षक दिवस के मौके पर देशभर के छात्रों से बातचीत के दौरान हर सवाल का जवाब हिंदी में ही दिया। अहिंदी भाषी, खास तौर से दक्षिणी और पूर्वोत्तर क्षेत्र के कई छात्रों ने अपना सवाल उनके सामने अंग्रेजी में रखा। पूर्व में मणिपुर में इंफाल, असम में तिनसुकिया, उत्तर में जम्मू एवं कश्मीर के लेह लद्दाख, दक्षिण में तमिलनाडु के तिरुवनमलाई और यहां तक कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ निजी स्कूलों के छात्रों ने भी प्रधानमंत्री से अपने सवाल अंग्रेजी में पूछे। मोदी ने सभी के उत्तर हिंदी में दिए। हां, उसमें अंग्रेजी के कुछ शब्द जरूर शामिल रहे।
सिर्फ हिंदी बोलकर मोदी ने संकेत दिया कि केंद्र सरकार की भाषा हिंदी है, पहले की तरह अंग्रेजी नहीं। यहां तक कि हाल की अपनी जापान यात्रा के दौरान भी मोदी ने बातचीत से लेकर संबोधन तक में हिंदी का व्यापक तौर पर प्रयोग किया। जहां अत्यंत अनिवार्य था, वहीं अंग्रेजी बोले।
भारत की यात्रा पर आने वाले नेताओं के साथ बातचीत में भी मोदी हिंदी को ही प्राथमिकता देते हैं। उनके पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री विदेशी नेताओं के साथ बातचीत में अंग्रेजी को ही व्यवहार में लाते थे।