नई दिल्ली/लंदन| आतंकवादी संगठन अल कायदा के सरगना आयमन अल-जवाहिरी ने एक वीडियो संदेश में पूरे भारतीय उपमहादेश में ‘जिहाद का झंडा बुलंद’ करने के उद्देश्य से अपने संगठन की दक्षिण एशिया के लिए इकाई के गठन की घोषणा की है। इस घोषणा से भारत ने गंभीर चिंता जताई है। ‘बीबीसी’ के अनुसार, पाकिस्तान में मारे जा चुके ओसामा बिन लादेन के उत्तराधिकारी जवाहिरी ने इंटरनेट पर डाली गई 55 मिनट की इस वीडियो में अफगान तालिबान सरगना मुल्ला उमर को नए सिरे से वफादारी निभाने का वचन दिया है।
जवाहिरी की घोषणा के बाद गृह मंत्रालय और खुफिया विभाग चौकस हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खुफिया ब्यूरो (आईबी) से इस वीडियो की सत्यता जांचने के लिए कहा है।
जवाहिरी ने भारतीय उपमहाद्वीप में अल कायदा का गठन करने की घोषणा अरबी और उर्दू दोनों भाषाओं में की।
जवाहिरी ने कहा, “भारतीय उपमहाद्वीप में अल कायदा का गठन बर्मा, बांग्लादेश और भारतीय राज्य असम, गुजरात, जम्मू एवं कश्मीर में रहने वाले मुसलमानों के लिए एक अच्छी खबर होगी, जहां उन्हें अन्याय और उत्पीड़न से बचाया जाएगा।”
आधिकारिक सूत्रों ने नई दिल्ली में कहा कि खुफिया ब्यूरो (आईबी) को अल कायदा के उस वीडियो फुटेज की प्रमाणिकता का पता लगाने के लिए कहा गया है।
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो के संबंध में गुरुवार को खुफिया ब्यूरो (आईबी) और रिसर्च एंड एनालाइसिस विंग (रॉ) के प्रमुखों के साथ बैठक की। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजत डोवाल भी बैठक में उपस्थित थे।
अल कायदा का ऐलान ऐसे समय में सामने आया है, जब सुन्नी चरमपंथियों के आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) इराक और सीरिया में बड़े भूभाग पर कब्जा कर अल कायदा के अस्तित्व को चुनौती दे रहा है।
इस्लामिक स्टेट के सरगना अबु बकर अल-बगदादी ने खुद को खलीफा घोषित करते हुए दुनियाभर के मुस्लिमों से संगठन के साथ जुड़ने का आह्वान किया है।
‘बीबीसी’ के अनुसार, आतंकवाद-निरोधी विशेषज्ञों ने कहा कि अल कायदा इस्लामिक स्टेट के साथ दुनियाभर के युवाओं को अपने संगठन में शामिल करने की होड़ कर रहा है।
‘बीबीसी’ ने कहा कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पेशावर में पर्चियां बांटकर लोगों का समर्थन और इस्लामिक खलीफा की स्थापना के लिए मशविरा मांगा है।
सूत्रों ने कहा कि खतरे की आशंका को देखते हुए सभी राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया गया है।
थिंक टैंक पॉलिसी फॉर स्टडीज के निदेशक भास्कर ने कहा कि अल कायदा का नया वीडियो अपने समय को लेकर महत्व रखता है।
उन्होंने कहा कि वीडियो उस समय सामने आया है जब सुन्नी जेहादी सीरिया और इराक में क्रूर कार्रवाइयों में जुटे हुए हैं।
विशेषज्ञों की राय है कि ‘अल कायदा और जवाहिरी खुद को इस्लामिक स्टेट के विश्वसनीय विकल्प के रूप में पेश करने की कोशिश में जुटे हैं।’