पटना, 4 सितम्बर | हिन्दू धर्म में मृतात्माओं (पितरों) की शांति एवं मुक्ति के लिए पिंडदान एक अहम कर्मकांड माना गया है। ऐसे तो पिंडदान के लिए कई धार्मिक स्थल हैं, लेकिन बिहार के गया को पिंडदान के लिए सबसे उपयुक्त स्थान माना जाता है। इस वर्ष आठ सितंबर से 24 सितंबर तक चलने वाले पितृपक्ष के दौरान गया में पिंडदान के लिए सात लाख से ज्यादा लोगों के आने की संभावना है।
यहां लोगों को सुविधाएं देने और भीड़ से बचने के लिए बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम ने ‘पितृपक्ष यात्रा पैकेज’ तैयार किया है। इस पैकेज में वाहन, होटल और पूजा सामग्री के साथ-साथ पंडों की व्यवस्था भी की गई है।
आश्विन मास के कृष्ण पक्ष को ‘पितृपक्ष’ या ‘महालय पक्ष’ कहा जाता है, जिसमें लोग अपने पुरखों (पितरों) का पिंडदान करते हैं। मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान पिंडदान करने से मृत आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।
बिहार में पर्यटन विकास निगम के एक अधिकारी ने बताया कि पर्यटक और श्रद्घालु, ‘पिंडदान यात्रा पैकेज’ के लिए ऑनलाइन बुकिंग करा सकते हैं। पैकेज में गया के अलावा पुनपुन नदी को भी शामिल किया गया है। मान्यता है कि पिंडदान के दौरान पहला पिंड पुनपुन नदी के किनारे ही दिया जाता है।
यात्रा पैकेज दो तरह का होगा। प्राइवेट डीलक्स और स्टार कैटेगरी केलिए अलग तथा पर्यटन निगम के होटल के लिए अलग यात्रा पैकेज है। पर्यटन निगम की वेबसाइट पर यात्रा पैकेज की ऑनलाइन बुकिंग हो रही है। इस टूर पैकेज का लाभ पटना और गया से मिल सकेगा। यात्रा पैकेज लेने वालों को दोनों स्थानों के हवाई अड्डे या रेलवे स्टेशन से वाहनों की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
निगम के अधिकारी ने बताया कि दो दिन के यात्रा पैकेज में रात्रि विश्राम के साथ-साथ पर्यटन स्थल बोधगया, राजगीर, नालंदा का भ्रमण भी शामिल है। एक दिन के यात्रा पैकेज में पिंडदान के साथ केवल बोधगया का भ्रमण कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इंटरनेट के जरिए कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी स्थान से इस यात्रा पैकेज के लिए बुकिंग करा सकता है।
निगम के एक अधिकारी के मुताबिक, प्रतिदिन बुकिंग का कार्य हो रहा है। निगम ने इस पैकेज में श्रद्घालुओं के लिए अक्षयवट, फल्गु और विष्णुपद में पिंडदान कराने की व्यवस्था की है।
अधिकारियों के अनुसार, पैकेज लेने पर निगम द्वारा वातानुकूलित कार, भोजन सहित सभी सुविधाएं दी जाएंगी। गया से पैकेज लेने वालों के लिए अलग मूल्य रखा गया है। पांच वर्ष के बच्चों को कोई शुल्क नहीं लगेगा, जबकि छह से 12 वर्ष तक के बच्चों के लिए शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट दी गई है।
पटना से गया, बोधगया और राजगीर के यात्रा पैकेज में एक व्यक्ति के लिए दो दिन, एक रात के लिए 11,855 रुपये, दो व्यक्तियों के लिए 15,199 रुपये तथा चार व्यक्तियों के लिए 23,584 रुपये शुल्क रखा गया है।
पिंडदान के लिए गया को सवरेत्तम स्थान माना गया है। मान्यता है कि पिंडदान के लिए गया की मोक्षदायिनी भूमि में 45 वेदियां विद्यमान हैं, जहां पिंडदान किया जाता है। फल्गु नदी के तट पर बसे गया में विष्णुपद मंदिर के अलावा अन्य पिंड स्थलों में रामशिला, प्रेतशिला, मंगला गौरी, सूर्यकुंड, गोप्रचारिणी, ब्रह्मसरोवर, फल्गु घाट, गयासुर वेदी, सीताकुंड, रामकुंड, देवघाट, कागबलि प्रमुख हैं।