भोपाल। मध्य प्रदेश विधान सभा में अध्यक्ष के कांग्रेस द्वारा मुख्यमंत्री के खिलाफ पेश विशेषाधिकार प्रस्ताव को उनका पक्ष सुने बिना अग्राहय कर दिये जाने के फैसले से नाराज कांग्रेस के सदस्यों ने अध्यक्ष डा. सीतासरन शर्मा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने की घोषणा की है।
सदन में अध्यक्ष द्वारा मुख्यमंत्री के खिलाफ पेश विशेषाधिकार भंग की सूचना आग्रहय किये जाने एवं सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिये स्थगित करने के बाद विपक्ष के नेता सत्यदेव कटारे ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस अगले सत्र में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लायेगी।
कटारे ने कहा कि आज अध्यक्ष ने उनका पक्ष सुने बिना जिस तरह व्यवहार किया उससे लगता है कि आसंदी सरकार के पक्ष में चली गई। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष द्वारा एक योजना के तहत सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिये स्थगित की गई तथा इसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दी गई।
उन्होंने कहा कि अभी तक की यही परंपरा है कि जिस दिन विनियोग विधेयक पेश होता है उसके दूसरे दिन उस पर चर्चा होती है तथा वह दूसरे दिन ही पारित किया जाता है जबकि पहली बार ऐसा हुआ है कि विनियोग विधेयक जिस दिन पेश हुआ उसे उसी दिन अनुपूरक कार्यसूची लाकर पारित करा दिया गया।
विपक्ष के नेता ने अध्यक्ष के इस दावे को भी गलत बताया कि व्यापमं का सच पुस्तक में प्रकाशित दस्तावेज सूचना के अधिकार के तहत निकलवाये गये हैं। उन्होंने कहा कि यदि ये दस्तावेज सूचना के अधिकार के तहत निकलवाये गये होते तो उन पर सूचना अधिकारी के हस्ताक्षर होते।
कटारे ने सरकार पर विधान सभा में चर्चा से भागने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं सदन में पांच दस मिनट के लिये आते हैं और बाद में वे अपने कक्ष से में बैठकर जाते हैं।
दूसरी तरफ संसदीय कार्यमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने संवाददाताओं से चर्चा में विपक्ष पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सदन में पहले ही दिन व्यापमं को लेकर विपक्ष द्वारा पेश स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करा ली गई थी और उसके बावजूद विपक्ष के सदस्य राजनीतिक स्टंट के लिये बार बार इस मामले को उठा रहे हैं। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस सदन का उपयोग हंगामा नारेबाजी और राजनीतिक स्टंट के लिये कर रहा है।
कांग्रेस द्वारा अगले सत्र में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस कुछ भी करने के लिये स्वतंत्र है।