नई दिल्ली, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय निर्यातकों में जहां 43 फीसदी छोटे और मध्यम स्तर के उद्यमी (एसएमई) हैं, जिनका कहना है कि वे अपनी 75 फीसदी अंतर्राष्ट्रीय बिक्री के लिए ऑनलाइन टूल्स पर निर्भर हैं। फेसबुक द्वारा किए गए एक नए सर्वेक्षण में बुधवार को यह जानकारी दी गई।
फेसबुक, आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) और विश्व बैंक के बीच जारी सहयोग के अंतर्गत ‘कारोबार का भविष्य’ सर्वेक्षण से पता चला है कि 56 फीसदी व्यापारियों और गैर-व्यापारियों को अपने मौजूदा व्यापार पर भरोसा है, चार एसएमई में लगभग तीन अपने व्यापार के सकारात्मक भविष्य पर भरोसा रखते हैं।
फेसबुक इंडिया के सार्वजनिक नीति के निदेशक (दक्षिण एशिया) अंकी दास ने कहा, “दुनिया भर में करीब 27 करोड़ लोग भारत के छोटे व्यवसायों से जुड़े हैं। इन व्यवसायों में व्यापार बढ़ाने, नए अवसर खोजने और घरेलू बाजार और विदेशी बाजार में ग्राहकों को ढूढ़ने में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाता है।”
सर्वेक्षण में पाया गया कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार करनेवाले व्यापारियों ने घरेलू बाजारों में व्यापार करने के मुकाबले अधिक रोजगार पैदा किए हैं (35 फीसदी की तुलना में 27 फीसदी)। भारतीय एसएमई आश्वसत है कि वे वैश्विक स्तर (औसतन 19 फीसदी) की तुलना में अधिक रोजगार (28 फीसदी) पैदा करेंगे।
दास ने कहा, “हमारे शोध से पता चलता है कि जो छोटे व्यवसाय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में लगे हुए हैं, वे भविष्य के बारे में ज्यादा आश्वस्त हैं और गैर-व्यापारियों की तुलना में ऑनलाइन टूल्स का अधिक उपयोग करते हैं।”
करीब 49 फीसदी एसएमई निर्यातकों का कहना है कि करीब 25 प्रतिशत राजस्व उन्हें अंतर्राष्ट्रीय बिक्री से प्राप्त होता है।