व्लादिवोस्तोक(रूस), 6 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को कहा कि उनका देश रूस के साथ ‘सर्वश्रेष्ठ’ राजनीतिक संबंध रखता है और इस देश के साथ व्यापार और आर्थिक संबंध नई दिल्ली की शीर्ष प्राथमिकता है।
पूर्वी आर्थिक मंच के दौरान भारत-रूस व्यापार संवाद में उन्होंने कहा कि यह संवाद सेंट पीटर्सबर्ग में इस वर्ष की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात से जुड़ी प्रक्रिया है, जहां दोनों नेताओं ने दोनों देशों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों(सीईओ) से मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा, “राजनीतिक रूप से भारत का रूस के साथ सर्वश्रेष्ठ संबंध है। हम सात दशकों से साझेदार हैं और हमारी दोस्ती मानव गतिविधि के प्रत्येक क्षेत्र में फैली हुई है।”
सुषमा ने कहा, “दोनों देशों की सरकारों ने हमेशा व्यापार और आर्थिक संबंध को शीर्ष प्राथमिकता दी है। इस वर्ष भारत के पास रूस में आयोजित सभी मंचों में भाग लेने का अभूतपूर्व रिकॉर्ड है। सेंट पीटर्सबर्ग में इस वर्ष जून में आयोजित फोरम में भारत को मेहमान देश का दर्जा दिया गया था।”
उन्होंने कहा कि रूस दुनिया के अमीर देशों में से एक है और भारत दुनिया में तेजी से उभरती बड़ी अर्थव्यवस्था है। ऐसा बहुत कुछ है, जो साथ मिलकर किया जाना चाहिए। जब दूसरे बाजार बंद होते हैं तो हमें अन्य बाजार की ओर रुख करने की जरूरत है।
विदेश मंत्री ने कहा कि इस बात की पहचान किए जाने की जरूरत है कि निवेश एवं व्यापार को बेहतर बनाने के लिए दोनों देशों को किस प्रकार के फैसले लेने चाहिए।
उन्होंने कहा, “रूस के साथ ज्यादा व्यापार, वाणिज्य एवं निवेश करने से हमें वर्ष 2025 तक द्विपक्षीय व्यापार में 30 अरब डॉलर का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।”