अनिल सिंह(धर्मपथ)- व्यापम घोटाले के आरोपियों को पकडने की शिवराज सिंह ने हरी झण्डी क्या दिखायी भूचाल आ गया है.लेकिन इस मामले में अभी तक वे लड़के और लड़किया पकडे गए उनसे उन लोगों तक पहुंचना मुश्किल था जो बड़े लोगों में शुमार होते हैं.
आज कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के सबसे बड़े व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाले में केंद्रीय मंत्री उमा भारती के शामिल होने का आरोप लगाया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने शनिवार को दावा किया कि उनके पास इस बात के सबूत और कॉल डीटेल हैं कि 15 संविदा शिक्षकों की नियुक्तियां उमा भारती की सिफारिश पर की गईं. कांग्रेस के इन आरोपों पर उमा भारती ने अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
मिश्रा ने इस घोटाले में उमा भारती के अलावा कई अन्य बड़े नेताओं के शामिल होने का भी आरोप लगाया है. जिसमें कैलाश विजयवर्गीय और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के परिवार और रिश्तेदार है. व्यापमं भर्ती घोटाले में अब तक मिली जानकारी में मुताबिक मेडिकल कॉलेजों में ही भर्ती के 514 मामले शक के घेरे में हैं. वहीं सरकारी नौकरियों में 1000 भर्ती की बात खुद शिवराज सिंह चौहान विधानसभा में मान चुके हैं. 2008 से 2010 के बीच सरकारी नौकरियों के 10 इम्तिहानों में धांधली का भी आरोप है.
हाईकोर्ट की निगरानी में चल रही इस घोटाले की जांच में मध्य प्रदेश सरकार बुरी तरह घिरी हुई नजर आ रही है. इसकी आंच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंचती दिख रही है. जांच एजेंसी एसटीएफ ने मुख्यमंत्री के पूर्व पीए प्रेम प्रसाद को पूछताछ के लिए बुलाया है. प्रेम प्रसाद पर अपनी बेटी को पीएमटी की परीक्षा में फर्जी तरीके से पास करने का आरोप है.
प्रेम प्रसाद ने आज कोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली है,जिससे उसकी गिरफ्तारी टल गयी,वहीं मंत्री नरोत्तम मिश्र ने इस मामले पर के के मिश्र जो कॉंग्रेस के प्रवक्ता हैं पर मान हानि का मुकदमा करने का बयान दिया है.दूसरी तरफ शिवराज सिंह ने कहा की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा,गौरमतलब है की शिवराज की पत्नी का नाम भी इस घोटाले में लिया जा रहा है लेकिन अभी तक कोई खुल कर बोलने को तैयार नहीं लेकिन देर सबेर सूत्र आँच मुख्यमंत्री निवास तक पहुंचने की बात कर रहे हैं।