हत्यारे शव को नैनीताल हाइवे पर कार में छोड़ गए। पुलिस ने बताया कि शरीर पर चाकू के दर्जनों निशान थे और दोनों हाथ पीछे करके बांधे गए थे। गले को रस्सी से घोंटा गया था। उल्लेखनीय है कि उप्र के पश्चिमी भाग में इस महीने भाजपा के तीन नेताओं की हत्या हो चुकी है।
पेशे से आर्किटेक्ट और किछा (उत्तराखंड) के मुहल्ला नई सुनहरी निवासी राकेश रस्तोगी शुक्रवार सुबह 11 बजे कार्यालय से दो अज्ञात लोगों के साथ जरूरी कार्य बताकर निकले थे। 15 मिनट बाद उन्होंने पत्नी रश्मी से फोन पर बात की। करीब एक बजे रश्मी ने कॉल की तो फोन नहीं उठाया। शाम तक फोन न मिलने पर परिजनों ने थाने में लापता होने की तहरीर दी। देर रात पत्नी ने फिर कॉल की तब फोन तो उठ गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया गया। सुबह आठ बजे बहेड़ी आ रहे परिचित ने सड़क किनारे राकेश की कार देख रश्मिी को सूचना दी तो परिजन उत्तराखंड पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने कार का दरवाजा खोला तो राजेश का लहुलुहान शव मिला। दोनों हाथ पीछे बांधकर राकेश की बेरहमी से हत्या की गई थी। सीने पर चाकू से नौ वार थे। शरीर के अन्य हिस्सों को भी चाकू से गोद दिया गया था। पुलिस ने बताया कि भाजपा नेता ने मौत से पहले बचाव का खूब प्रयास किया। कार में कई जगह खून के छींटे देखकर जांच टीम का कहना था कि हत्यारों ने कार बंदकर वारदात की। हत्यारों की संख्या भी चार के आसपास रही होगी।
12 बजे के बाद हुई हत्या
पुलिस की मानें तो रात 12 बजे तक राकेश के मोबाइल की लोकेशन उत्तराखंड के किछा क्षेत्र में मिली है। इसके बाद बहेड़ी में सिग्नल मिला है। इससे अनुमान है कि 12 बजे के बाद हत्या करके शव बहेड़ी में फेंका गया। इस बाबत एसपी ग्रामीण रामस्वरूप सिंह का कहना है कि प्रथम दृष्टया घटना कहीं और की लग रही है। आरोपी हत्याकर लाश यहां फेंक गए। साक्ष्य जुटाए गए हैं। एक टीम को किछा थानाक्षेत्र में भी भेजा गया है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा। फिंगर प्रिंट भी लिए गए हैं।
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