भोपाल : वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार 15 जून को सतना जिले के मुकुन्दपुर में निर्माणाधीन जूलाजिकल पार्क एवं रेस्क्यू सेंटर की प्रगति का जायजा लेंगे। मुकुन्दपुर में एक व्हाईट टाइगर सफारी का निर्माण लगभग पूर्ण हो चुका है और बाघ, सफेद बाघ, शेर, तेन्दुआ, भालू के 5 बाड़े निर्माणाधीन हैं।
जूलाजिकल पार्क एवं रेस्क्यू सेंटर विन्ध्य का वही स्थान है जहाँ से 6 किलोमीटर दूर गोविन्दगढ़ में पहली बार रीवा महाराज ने सफेद बाघ ‘मोहन’ को पाला था। विन्ध्य की धरा को दुनिया में पहला सफेद बाघ पाने का गौरव प्राप्त है। इस धरती पर 62 वर्ष पूर्व सफेद बाघ के लिये अनुकूल परिस्थिति के अनुभव के मद्देनजर 25 हेक्टेयर क्षेत्र में व्हाईट टाइगर सफारी का निर्माण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त 75 हेक्टेयर क्षेत्र में जूलाजिकल पार्क विकसित किया जा रहा है। सफारी में एक नाइट हाउस बनाया गया है, जिसमें 5 सेल हैं। इसमें सफेद बाघ को भोजन दिया जायेगा। बाघ के विचरण के लिये नाइट हाउस से लगा बाड़ा भी बनाया गया है। बारहों महीने पर्याप्त पानी की व्यवस्था के लिये सफारी में 3 तालाब का निर्माण भी किया गया है।
विजिटर गैलरी
सफारी के भीतर 2.5 किलोमीटर लम्बा विजिटर रोड बनाया गया है। इस मार्ग में पर्यटकों को बन्द गाड़ी में सफेद बाघ का अवलोकन करवाया जायेगा। सम्पूर्ण सफारी में टाइगर की सुरक्षा एवं गतिविधियों पर निगाह रखने के लिये आधुनिक उपकरण लगाये जा रहे हैं। सफारी में प्रकाश व्यवस्था के लिये गैर-परम्परागत ऊर्जा संसाधनों का उपयोग किया गया है। मुकुन्दपुर जूलाजिकल पार्क एवं रेस्क्यू सेंटर सतना-रीवा राजमार्ग एनएच 7 से 9 किलोमीटर की दूरी पर गोविन्दगढ़ रोड पर बीहर नदी के किनारे स्थित है। चिड़ियाघर की उत्तरी सीमा पर बीहर और भीतर इसकी सहायक नदियाँ भमरा और मुर्जुआ वर्षभर बहती हैं। मुकुन्दपुर की रीवा से दूरी 13 किलोमीटर और सतना से 51 किलोमीटर है।