देश में राष्ट्रपति चुनाव कराने के लिए नामीबिया की सरकार ने भारत में बने 3,400 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) खरीदे हैं। इस उपकरण का एशिया के कई देश स्वतंत्र और सहज चुनाव संपन्न कराने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि नामीबिया की सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड (बीईएल) की बेंगलुरू स्थित इकाई से इवीएम की खरीद की है। इस उपकरण का दक्षिण अफ्रीकी देश में नवंबर में होने जा रहे चुनाव में इस्तेमाल होगा।
नामीबिया ने 2013 में 1,700 ईवीएम का आर्डर दिया था। इस वर्ष के शुरू में उसने दूसरा आर्डर दिया। इस उपकरण का चुनाव में इस्तेमाल करने वाला यह पहला अफ्रीकी देश होगा। लेकिन नामीबिया केवल अकेला देश नहीं है, अन्य अफ्रीकी देश घाना, दक्षिण सूडान, नाइजीरिया और केन्या ने भी ईवीएम के प्रति रुचि दिखाई है।
अधिकारियों ने कहा कि नामीबिया के चुनाव आयोग के एक सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा चुनाव के लिए 17 अप्रैल को मतदान के दौरान बेंगलुरू सहित कर्नाटक के कई मतदान केंद्रों का दौरा किया। वे इस प्रणाली सेकाफी प्रभावित हुए।
नामीबिया के उच्चायुक्त पीअस दनाइस्की ने कहा, ”पूरे एशियाई क्षेत्र में भारत का हमारे लिए अत्यंत खास महत्व है। इसकी उन्नत प्रौद्योगिकी और अत्यंत विकसित ईवीएम हमारे लिए सीखने का बड़ा मौका है।”
नामीबिया ने सूचना प्रौद्योगिकी के अपने कुछ सदस्यों को ईवीएम की कार्यप्रणाली को समझने के लिए भेजा है। उन्होंने कहा, ”परिणाम की घोषणा के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले सॉफ्टवेयर सहित मतगणना प्रक्रिया को समझने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही नई दिल्ली का दौरा करेगा।”