कोलकाता, 4 मई (आईएएनएस)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 10वें संस्करण के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आक्रमणों में से कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 93 रनों की शानदार पारी खेलने वाले राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के सलामी बल्लेबाज राहुल त्रिपाठी ने कहा है कि वह अपनी भावनाओं के मुताबिक खेले।
कोलकाता ने पुणे को 156 रनों का लक्ष्य दिया था। ईडन गार्डन्स स्टेडियम की विकेट पर जहां पुणे के बल्लेबाज अपने पैर नहीं जमा पा रहे थे वहीं राहुल ने शुरू से अंत तक एक छोर संभाले रखा। टीम को जब छह रनों की जरूरत थी, तब राहुल पवेलियन लौटे थे।
राहुल ने अपनी 93 रनों की पारी में 78 रन सिर्फ बाउंड्री से बनाए थे। उन्हें मैच जिताऊ पारी के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया।
आईपीएलटी20 डॉट कॉम ने राहुल के हवाले से लिखा है, “अगर मैं कुछ रणनीति बनाता तो वह काम नहीं करती क्योंकि उनके पास अच्छे गेंदबाज हैं। उनकी टीम का गेंदबाजी आक्रमण अच्छा है।”
उन्होंने कहा, “इसलिए मैंने सिर्फ गेंद को देख कर उसके हिसाब से खेलने की रणनीति अपनाई और अपनी भावना के साथ खेला। मेरे दिमाग में कुछ नहीं चल रहा था। यह जरूरी था और इससे मुझे मदद मिली। मैंने गेंद के आधार पर अपने शॉट खेले।”
उन्होंने कहा, “मुझे अच्छा लगा। मुझे अच्छी शुरुआत मिली रही थी इसलिए मैं इसे जारी रखना चाहता था। यह अच्छा है कि हम मैच जीते, यह अहम था। मैं मैच को खत्म करना चाहता था लेकिन नहीं कर पाया। हम मैच जीते यह अच्छी बात है।”
राहुल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ ड्रेंसिग रूम साझा करने से उन्हें मदद मिली है।
उन्होंने कहा, “इससे मुझे काफी मदद मिली है। यह मेरे लिए सबसे अच्छा अनुभव है। अजिक्य भाई के साथ सलामी बल्लेबाजी करने से मुझे मदद मिली है। अगर वह सिर्फ यही कहते हैंे कि तुम अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हो तो इससे आपको आत्मविश्वास मिलता है क्योंकि अंजिक्य रहाणे जैसा बल्लेबाज आपसे यह कह रहा है।”
उन्होंने कहा, “मैदान के बाहर फाफ डु प्लेसिस, बेन स्टोक्स, से मुझे काफी मदद मिलती है। धौनी भाई महान खिलाड़ी हैं दो बार उनके साथ बल्लेबाजी करते हुए मैं नाबाद रहा।”