अनूप कुमार
सपा के मित्रसेन यादव और बसपा के जितेन्द्र सिंह बब्लू के खिलाफ़ दर्ज है हत्या और लूट जैसे संगीन मामलें
फैज़ाबाद। चुनाव से पहले भले ही तमाम राजनैतिक दल अपनी साफ़ सुथरी छवि को लेकर लम्बे चौड़े दावे करते हो लेकिन चुनाव आते आते इन सियासी दल के आकाओं का बाहुबलियों से प्रेम जगजाहिर हो ही जाता है अपनी जनसभाओं मे कानून व्यवस्था को लेकर हमेशा विपक्ष पर हमलावार दिखनी वाले सियासी दल चुनावी समर मे जीत हासिल करनें के लिये अपने ही सिद्धांतो को किस तरह ताक पर रख देते है इसकी नज़ीर फैज़ाबाद सांसदीय सीट पर देख्ने को मिल रहीं है है जहां से प्रदेश कि दो बडी पार्टिओ से दो बाहुबली आमने-सामने है और इस बार के चुनावो मे फैज़ाबाद की धरती दो बाहुबलियों के बीच सीधी टक्कर की गवाह बनने जा रही है इस चुनावी घमासान मे एक ओर सपा के मित्रसेन यादव है तो दूसरी ओर बीएसपी के जितेन्द्र सिंह बबलू उनको चुनौती देते नज़र आ रहे हैं,मित्रसेन यादव को सपा ने फैज़ाबाद से अपना उम्मीदवार बनाया है तो रीता बहुगुणा जोशी का घर जलाने मे आऱोपी रहे जीतेन्द्र सिंह बब्लू पर बसपा ने अपना दांव लगाया है अगर बात दोनो नेताओ के व्यक्तित्व कि करे तो मित्रसेन यादव पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और इलाके में उनकी छवि बाहुबली नेता की है वहीं मित्रसेन को चुनौती देने के लिए चुनावी समर मे उतरे बीएसपी के जितेंद्र सिंह बब्लू पर भी फैजाबाद, लखनऊ, अम्बेडकरनगर व सुल्तानपुर के विभिन्न थानों मे 26 अपराधिक मामले हैं, इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर, चोरी, धोखाधड़ी व गबन जैसे संगीन अपराध दर्ज है
बात अगर सपा प्रत्याशी की करे तो अयोध्या फ़ैज़ाबाद संसदीय सीट से साइकिल पर सवार होकर इस सियासी रण मे अपनी किस्मत आज़माने वाले बाहुबली नेताओं में मित्रसेन यादव का नाम भी शामिल है, हत्या और लूटपाट जैसे तमाम गंभीर आरोपों में जेल की यात्रा कर चुके मित्रसेन यादव फैजाबाद लोकसभा सीट पर फिर से अपनी ताकत दिखाने को तैयार हैं मित्रसेन यादव इससे पहले बीएसपी में भी रह चुके हैं और बसपा के टिकट पर ही साल 2004 के लोकसभा चुनावो में फैज़ाबाद संसदीय सीट से जीत का परचम लहराया था लेकिन हाईप्रोफाईल शशि हत्याकांड़ मे आऱोपी रहे अपने बेटें और बसपा सरकार मे खाद्य प्रसंस्करण मंत्री रहे आनंदसेन को मंत्री पद से हटाये जाने के और 2009 में लोकसभा चुनावो में बसपा से मोहभंग होने के कारण हाथी से उतर कर साइकिल कि सवारी कर ली और इस लोक़सभा चुनावो मे सपा ने मित्रसेन पर अपना भरोसा जताया वहीं बीएसपी ने इस बाहुबली नेता की काट के लिए बीकापुर से पूर्व विधायक जितेन्द्र सिंह बबलू को चुनावी मैदान मे उतारा है,जितेन्द्र सिंह बबलू यूपी कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी का घर जलाने के मामले में आरोपी भी रहे है और इसी मामले के बाद जितेन्द्र सिंह बबलू ने सियासी दुनिया मे जमकर सुर्खियां बटोरी और इलाके में इनकी भी छवि बाहुबली नेता के तौर जानी जाने लगी और भाजपा के क्षत्रिय प्रत्याशी लल्लू सिंह का चुनावी समीकरण बिगाड़ने और क्षत्रिय मतों के ध्रुवीकरण के लिये बसपा ने जीतेन्द्र सिंह बब्लू को टिकट दिया है फैज़ाबाद सांसदीय सीट पर दो बाहुबली इस बार यूपी के सियासी रण में खलबली मचाने के लिए तैयार हैं।
इस चुनाव में नामांकन के दौरान चुनाव आयोग को दिये गये बोरे मे मित्रसेन यादव की ओर से दिए गए शपथपत्र में करीब एक करोड़ 17 लाख की निजी संपत्ति का ब्योरा दिया गया है। मित्रसेन पर आपराधिक मुकदमों की संख्या 34 है इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, आगजनी, डकैती, लोक प्रतिनिधित्व कानून, गबन व धोखाधड़ी जैसे संगीन मामले शामिल हैं मित्रसेन की निजी संपत्ति में सावधि जमा खाता, दो लाख नकदी, सोना, रिवाल्वर, राइफल, मकान, कृषि भूमि व प्लॉट भी है 2012-13 में उनकी दर्शित आय एक लाख 17 हजार 980 थी, जो आयकर ब्यौरे में दर्शाई गई है।
वही बसपा उम्मीदवार जितेंद्र कुमार सिंह बबलू के पास 71 लाख की संपत्ति हैजिसमे पत्नी अनीता सिंह के नाम एक करोड़ 76 लाख रुपये है वही बबलू पर दर्ज आपराधिक मामलो कि फेहरिस्त मे फैजाबाद, लखनऊ, अम्बेडकरनगर व सुल्तानपुर के विभिन्न थानों मे जीतेन्द्र सिंह बबलू के खिलाफ़ 26 अपराधिक मामले हैं, जिनमे हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर, चोरी, धोखाधड़ी व गबन जैसे मामले शामिल हैं इनमें कई मुकदमे अभी चल रहे है तो कई मामलों में उन्हें दोषमुक्त किया जा चुका है वही सम्पत्ति के मामले मे बब्लू के पास सावधि जमा खाता, नकदी, सोना, रिवाल्वर, राइफल, मकान, कृषि भूमि तथा लखनऊ व फैजाबाद में कई प्लॉट है, 2012-13 में उनकी घोषित आय दो लाख 92 हजार 316 तथा पत्नी की दो लाख 93 हजार 310 थी। उन पर 32 लाख 49 हजार 455 व पत्नी पर 13 लाख 82 हजार 29 रुपये का सरकारी बकाया है। वह भी इंटर तक शिक्षित हैं।
कुल मिलाकर जहा एक ओर चुनावी प्रतिद्वंदीता मे दोनो प्रत्याशी एक दुसरे को टक्कर दे रहे है वही प्रदेश के नामी बाहुबलियों मे भी अपना नाम ऊपर रखने कि होड़ भी इनमे बराबर बनी रहती है अब देखना ये है की इस बार के चुनावो मे जनता किसे अपना सिरमौर चुनती है हालाकि मतदाता के पास कॉंग्रेस के सीटिंग एम पी निर्मल खत्री और भाजपा के नामी चेहरे लल्लू सिंह के तौर पर विकल्प भी है