नई दिल्ली, 10 अप्रैल (आईएएनएस)। जेपी हॉस्पिटल के ऑथोर्पेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के चिकित्सकों की टीम ने एक ऐसी महिला का सफल इलाज किया जो पिछले करीब पांच साल से बिस्तर पर ही लेटी रहती थी। अब घुटना प्रत्यारोपण के बाद महिला अपने पैरों पर चलने लगी है। 75 वर्षीय महिला उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर की रहने वाली है।
जेपी हॉस्पिटल के ऑथोर्पेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट विभाग के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. संजय गुप्ता ने कहा, “मरीज को गठिया बाई बीमारी थी। इस बीमारी में मरीज के शरीर के जोड़ खराब होने लगते हैं। जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न हो जाती है। अगर समय पर मरीज को इलाज न मिले तो धीरे-धीरे बीमारी इतनी गंभीर हो जाती है कि जोड़ काम करना बंद कर देते हैं और इसके कारण जोड़ सीधे नहीं होते हैं। इस महिला के साथ भी यही हुआ। करीब 20 साल पूर्व से महिला के घुटनों के जोड़ खराब होने लगे। धीरे-धीरे बीमारी बढ़ती चली गई और करीब 5 साल पहले मरीज के दोनों घुटनों के जोड़ खराब हो गए।”
डॉ. संजय गुप्ता के अनुसार, “बीमारी के कारण महिला के कूल्हे के जोड़ भी खराब हो गए। हालत यह हो गई कि सोते समय भी महिला को गठरी की तरह करवट लेटे रहना पड़ता था। मरीज किसी तरह की शारीरिक गतिविधियां नहीं कर पा रही थी और पूरी दिनचर्या बिस्तर पर पूरा करती थी। मरीज का इलाज कॉम्लेक्स ज्वाइंट री कंस्ट्रक्शन एंड कॉरेक्टिव सॉफ्ट टीशू सर्जरी पद्धति से की गई। इसके तहत दो चरणों में चार सर्जरी की गई। दोनों सर्जरी में करीब 2-2 घंटे का समय लगा। पहले एक पैर और फिर दूसरे पैर की सफल सर्जरी कर महिला को नया जीवन प्रदान किया गया।”
रोगी के परिजनों ने बताया कि घरवाले मरीज के दर्दनाक जीवन को देखकर हमेशा चिंतित रहते थे और बीमारी का इलाज कराना चाहते थे, लेकिन उन्हें अनेक डॉक्टरों ने यह बताया था कि अब मरीज की हालत ऐसी हो गई है कि इन्हें ठीक करना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है।
गौरतलब है कि हर महीने विश्व के अनेक देशों जैसे- यमन, नाइजीरिया, ओमान, ईराक, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफ्रीकी से सैकड़ों रोगी अपनी गंभीर एवं जटिल बीमारियों का इलाज कराने जेपी हॉस्पिटल आते हैं।