काबुल: अफगानिस्तान में राष्ट्रपति पद के लिए शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न हुआ. राष्ट्रपति हामिद करजई के बाद अगले राष्ट्रपति को चुनने की प्रक्रिया में तालिबान द्वारा हमले की धमकी के बावजूद जबर्दस्त मतदान होने का अनुमान है.
6,400 चुनाव केंद्रों पर मतों की गिनती की लंबी प्रक्रिया के शुरू होने से पूर्व पूरे दिन मतदान के लिए लोगों की लंबी कतार लगी रही. 24 अप्रैल से पहले संसदीय परिणाम आने की संभावना नहीं है.
जो भी विजेता होगा उसे अवश्य ही अमेरिका समर्थित सुरक्षा बलों के सहयोग के बगैर ही तालिबानियों के विरूद्ध लड़ाई लड़नी होगी. इसके अलावा उसे देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करना होगा जो फिलहाल पूरी तरह चरमराई हुई है और मदद पर आश्रित है.
पहले दौर में अगर कोई भी प्रत्याशी 20 फीसदी से अधिक मत पा कर नहीं जीतेगा तो मई के आखिर में दूसरे दौर का मतदान यानी ‘‘रन ऑफ’’ होगा.