दिल्ली(धर्मपथ)–केन्द्रीय मंत्री सुशील कुमार शिन्दे को खुश करने के चक्कर में दिल्ली DCP त्यागी हवलदार बन गए और मन्दिर से दर्शन कर लौट रहे युवाओं,ऑफीस से लौट रहे कर्मचारियों पर बर्बरता बरसा दी.
यह घटना शिन्दे के घर के पास हुई,छतरपुर मन्दिर से पूजा -अर्चना के लौटते बच्चों पर बर्बरता का जो कहर इस अधिकारी के निर्देशन में पुलिकर्मियों ने बरपाया वह अमानवीय था.
दरअसल ये लड़के जिन्हे DCP बाइकर्स कह रहे हैं ये वे नहीं दी जिन्होने वर्षों से राजधानी की सडकों को रात में भयभीत कर रखा है, इस चापलूस DCP ने कार्यवाही की वह सही थी लेकिन यदि यह ईमानदार बांकुरा इतना ही निष्पक्ष होता तो क्या इतने दिनों से दर के मारे अपनी बिल में दुबका हुआ था,नवरात्र के समय दर्शन करने जाने वाले बच्चों पर प्रताडना दिखाती है की क्या हो रहा है इस मुल्क में.
इस डरपोक DCP को मन्दिर से लौटते बच्चे ही मिले कार्यवाही हेतु
चूंकि गृह मंत्री शिन्दे का घर पास ही था अतः इस डरपोक DCP को मौका मिल गया अपनी बहादूरी दिखाने का और इसने वीरता दिखायी भी.लड़कों को बेदर्दी से मरा गया लगभग 250 बाइक्स जब्त की गयी और लड़कों को थाने में रात भर बैठाया गया.
वाहीन दूसरे इलाकों में बाइकर्स अपनी कला का प्रदर्शन करते रहे.दरअसल इन् बाइकर्स से दिल्ली परेशान है और पुलिस इनका कुछ नहीं कर पाती,यदि कुछ करना भी चाहती है तो नेता उसे कुछ करने नहीं देते.
अपनी कार्यक्षमता दिखाने के लिये मन्दिर से लौटते बच्चे आसान निशाना बने,क्योंकी इन्हे पीटने पर कोई कुछ कहेगा भी नहीं.और नाम भी हो जायेगा,नौकरी पर भी कोई खतरा नहीं,इनाम के पात्र भी हो जायेंगे,इसी विचारधारा को मन में रखते हुए यह कार्यवाही की गयी.
दिल्ली के मध्य और रोजाना की जगहों पर बाइकर्स मचाते रहे कोहराम
अन्य जगहों पर रोजाना स्टंट करने वाले बाइकर्स का कोहराम बदस्तूर जारी रहा,क्योंकी ये मन्दिर से नहीं लौट रहे थे और ना ही गृह मंत्री को इंसे कोई परेशानी थी.