देशद्रोह का आरोप झेल रहे पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ एक हमले में बाल बाल बच गए. पुलिस के मुताबिक यह मुशर्रफ पर लक्षित रोड साइड बम था.
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और सेना प्रमुख रहे मुशर्रफ के गुजरने के ठीक पहले गुरुवार सुबह यह सड़क पर एक बम फटा. पाकिस्तान में दो शहरों की सीमा को छूते फैजाबाद इंटरचेंज के पास का फुटपाथ पूरी तरह नष्ट हो गया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी लियाकत नियाजी ने बताया, “पुल के नीचे की पाइपलाइन में लगभग चार किलोग्राम विस्फोटक रखे गए थे, जो पूर्व राष्ट्रपति के वहां से गुजरने के करीब 20 मिनट पहले फट गए.” विस्फोट में कोई भी घायल नहीं हुआ है.
पुलिस का मानना है कि इस बम का निशाना मुशर्रफ ही थे. गुरूवार सुबह वह रावलपिंडी के सेना अस्पताल से निकल कर इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में अपने घर जाने वाले थे. मुशर्रफ इस साल जनवरी से ही सेना अस्पताल में थे. इसके पहले भी दिसंबर 2003 में मुशर्रफ पर एक बड़ा जानलेवा हमला हो चुका है. उस बार रावलपिंडी में एक पुल से मुशर्रफ के काफिले के गुजरने के कुछ मिनट बाद एक शक्तिशाली बम फटा था. लेकिन उस घटना के कुछ ही दिन बाद उन पर दो आत्मघाती हमले हुए, जिसमें मुशर्रफ तो बच गए लेकिन 16 लोगों की जान चली गई.
तालिबान की ओर से मुशर्रफ को मिल रही जान की धमकियों की वजह से ही वह देशद्रोह के मुकदमे की सुनवाई के लिए भी सिर्फ दो बार ही अदालत जा सके. जनवरी में सेना अस्पताल में भर्ती होने से पहले मुशर्रफ के बंगले के आस पास कई छुपे हुए बम मिले थे.