(धर्मपथ-खुसर-फुसर)भोपाल–हाथों से लड्डू खाने का लालच एक नेता जी को भारी पड़ा,संसदीय सीट अपने पुत्र के लिये मांगने वाले ये मंत्री जी देर रात्रि संगठन मंत्री से मिलने गये,लेकिन नेताओं के साथ रह कर नेता बन चुके इन संगठन मंत्री जी ने उन्हे माना तो नहीं किया लेकिन ऐसा पाँसा फेंका की ये महाशय वापस हो लिये,दरअसल इन्हे कहा गया की यदि सांसद का टिकट चाहिये तो आप ही लड़ जाइये अब इसके लिये मंत्री पद छोड़ना होता और आगे क्या होता वह भी पता नहीं सो इन्होने चुप्पी में रहना ही उचित समझा.
दरअसल इन्हे तकलीफ इस बात की है की जिसे टिकट दिया जा रहा है वह ब्राह्मण है और ये नेताजी दूसरे ब्राह्मण उम्मीदवार को अपने क्षेत्र में फलने-फूलने नहीं देना चाहते.आखिरकार एक म्यान मे एक ही तलवार रहती है.