शिलांग, 2 मार्च (आईएएनएस)। प्रतिबंधित गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए) के अध्यक्ष चैंपियन आर.संगमा को वापस न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था।
एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “साउथ गारो हिल्स जिले में साल 2011 में एक कारोबारी के अपहरण मामले में संगमा को वापस न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।”
पुलिस मामले में संगमा पर आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है।
शिलांग के जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने 21 फरवरी को संगमा को एक-एक लाख रुपये के दो मुचलकों पर जमानत दे दी थी और आगे नोटिस मिलने तक अदालत के अधिकार क्षेत्र से बाहर नहीं जाने का निर्देश दिया था।
अदालत से निकलते हुए पूर्व बागी नेता ने कहा था कि राजनीति में वापस लौटना है या नहीं, या अपने संगठन के लिए शांति वार्ता में हिस्सा लेना है या नहीं, इस पर फैसला लेने से पहले वह अपना इलाज कराएंगे।
अति वांछित गारो बागी नेताओं में से एक संगमा को मेघालय के पूर्वी खासी जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर उमक्रेम पिरवदिवाह से 30 जुलाई, 2012 को गिरफ्तार किया गया था।
मेघालय पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने से पहले उन्हें रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) के कमांडो ने 23 नवंबर, 2011 को बांग्लादेश के मिमेनसिंह जिले के हलुआघाट स्थित उसके ठिकाने से पकड़ा था।
मेघालय पुलिस में उपाधीक्षक रह चुके संगमा ने मेघालय से अलग गारोलैंड के निर्माण के लिए नवंबर 2009 मे प्रतिबंधित जीएनएलए का गठन किया था।
केंद्र सरकार ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत जीएनएल को एक आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है।