नई दिल्ली, 22 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्र सरकार 1,000 रुपये के नोट फिर से चलन में नहीं लाने जा रही है, बल्कि सरकार का ध्यान छोटे मूल्य के नोटों के चलन को बढ़ावा देने पर है।
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्वीट कर बताया, “1,000 रुपये के नोटों को छापने और उन्हें फिर से चलन में लाने की कोई योजना नहीं है। अभी पूरा ध्यान केवल 500 रुपये और इससे कम मूल्य के नोटों की छपाई तथा इसकी आपूर्ति पर है।”
उनका स्पष्टीकरण इस संबंध में हाल की खबरों के मद्देनजर आया है, जिसमें कहा गया है कि सरकार 1,000 रुपये के नए नोट लाने जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन और आतंकवादियों को मिलने वाली कथित आर्थिक मदद के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए आठ नवंबर, 2016 को 1,000 और 500 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद 500 रुपये के नए नोट और पहली बार 2,000 रुपये के नोट चलन में आए।
इस कदम के 100 दिन से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी एटीएम में पैसे नहीं होने संबंधी शिकायतों पर दास ने लोगों से अपील की कि वे केवल उतनी राशि निकालें, जितनी की उन्हें आवश्यकता हो।