पटना, 21 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फरक्का बांध को बंद करने की मांग पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई विशेषज्ञों का मत है कि बिहार में तटबंधों के कारण भी प्रत्येक वर्ष बाढ़ आती है, तो क्या राज्य सरकार सभी तटबंधों को तोड़ देगी?
भाजपा नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा कि नीतीश कुमार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए रोज मनगढं़त और झूठे मुद्दे उठा रहे हैं।
नीतीश ने सोमवार को केंद्र सरकार से पश्चिम बंगाल में स्थित फरक्का बैराज को बंद करने की मांग करते हुए कहा था कि इस बैराज की कोई उपयोगिता नहीं है। उन्होंने इसमें गाद जमने के कारण बिहार में आने वाली बाढ़ की बड़ी वजह बताया।
मोदी ने तर्क देते हुए कहा, “बिहार में 1954 में बाढ़ से प्रभावित 25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र था, उस समय राज्य में कुल 160 किलोमीटर तटबंध था, लेकिन 2016 में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बढ़कर 72़95 लाख हेक्टेयर हो गया, जबकि अब राज्य में कुल 3731 किलोमीटर तटबंध है।”
उन्होंने कहा कि तटबंध में वृद्धि के साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्र भी बढ़े हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि ऐसे में क्या राज्य सरकार बाढ़ से निपटने के लिए राज्य में सभी बांध खत्म करने की सिफारिश करेगी?
नीतीश द्वारा बक्सर और उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद-हल्दिया में प्रस्तावित जलाशय के निर्माण पर विरोध किए जाने पर मोदी ने कहा कि यह पहले ही साफ हो चुका है कि राष्ट्रीय जलमार्ग के लिए गंगा पर कोई बांध नहीं बनाया जाएगा।