इंदौर, 25 जनवरी (आईएएनएस)। लेाकसभाध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने वर्तमान में कुशल मानव संसाधन को बड़ी जरूरत बताते हुए उम्मीद जताई है कि कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र इस जरूरत को पूरा करने में बड़े मददगार साबित होंगे।
मध्य प्रदेश के इंदौर में राज्य पुलिस, विशेष सशस्त्र बल के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत पांच कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों का बुधवार को उद्घाटन करते हुए लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने कहा, “वर्तमान में कुशल मानव संसाधन बड़ी जरूरत है। इस जरूरत को पूरा करने के लिए इस तरह के केंद्र बड़े मददगार साबित होंगे।”
उन्होंने कहा, “आज का समय है जब युवाओं को शिक्षा के साथ कुशलता एवं विशेषज्ञता की जरूरत भी रहती है, जिससे कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सफलता का मुकाम स्थापित कर पाएं और अपनी अलग पहचान बना सकें।”
समारोह की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रुडी ने कहा, “शिक्षा और कौशल विकास के बीच तारतम्य लाना होगा। इससे कुशल मानव संसाधन प्राप्त होगा। आज देश में कुशल मानव संसाधन की बड़ी जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर देश में पहली बार कौशल विकास मंत्रालय का गठन किया गया है। इस मंत्रालय द्वारा कौशल विकास का राष्ट्रीय अभियान चलाया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि आने वाले वर्षो में कौशल विकास के क्षेत्र में भारत दुनिया का सबसे बड़ा केंद्र होगा।
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, इन कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों के माध्यम से मध्यप्रदेश पुलिस, विशेष सशस्त्र बल के कर्मचारियों-अधिकारियों के परिजनों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह पांच प्रशिक्षण केंद्र प्रदेश के एसएएफ में स्थापित होंगे। इन केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षित परिजनों को रोजगार देने की व्यवस्था भी की जाएगी। इसके लिए मोसेक नेटवर्क पावर लिमिटेड से करार (एमओयू) हुआ। बताया गया कि इस संस्था द्वारा इन केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षित दस हजार युवाओं को अगले तीन वर्षो में रोजगार देने की व्यवस्था की जाएगी।
समारोह में प्रदेश के कौशल विकास तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री दीपक जोशी, समाचार पत्र समूह के चेयरमैन रमेशचंद्र अग्रवाल महापौर मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला, पुलिस महानिरीक्षक एसएएफ पवन श्रीवास्तव, विधायक सुदर्शन गुप्ता तथा उषा ठाकुर विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे।