भोपाल :मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम-सड़क योजना के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली में सुधार तथा इसे और बेहतर बनाने के उद्देश्य से अब एक अप्रैल, 2014 से मोबाइल फोन बेस्ड सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन का उपयोग होगा। इस तकनीक से सड़कों की गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली के उच्चतम-स्तर को हासिल किया जा सकेगा। मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण द्वारा इस मक़सद से दो-दिवसीय कार्यशाला में राज्य-स्तरीय गुणवत्ता पर्यवेक्षकों को मोबाइल फोन बेस्ट सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण(एनआरआरडीए) के अधिकारियों के साथ ही मध्यप्रदेश और अन्य राज्य के अधिकारियों को भी प्रशिक्षित किया गया।
ग्रामीण अंचलों में प्रधानमंत्री ग्राम-सड़क योजना में सड़कों की गुणवत्ता त्रि-स्तरीय प्रणाली द्वारा परखी जाती है। इसके लिये स्वतंत्र राज्य-स्तरीय गुणवत्ता पर्यवेक्षक नियुक्त हैं, जो हर सड़क का तीन बार निरीक्षण करते हैं। इन पर्यवेक्षकों द्वारा किये गये निरीक्षण कार्यों की रिपोर्ट तथा सड़कों के फोटोग्राफ पारदर्शिता और आम लोगों की जानकारी के लिये वेबसाइट पर अपलोड किये जा रहे हैं। अब मोबाइल फोन बेस्ड सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन के जरिये राज्य-स्तरीय गुणवत्ता पर्यवेक्षक मैदानी कार्यों का निरीक्षण करने के दौरान मौके पर ही सड़कों की स्थिति के फोटोग्राफ वेबसाइट पर अपलोड कर सकेंगे। परखी गई सड़क के अक्षांश एवं देशांश फोटोग्राफ के साथ ही टेग हो जायेंगे। फोटोग्राफ इस एंगल से लिये जायेंगे, जिससे प्रथम दृष्टया ही सड़क की सही-सही स्थिति और गुणवत्ता साफ नजर आ सके। राज्य-स्तरीय गुणवत्ता पर्यवेक्षक आगामी एक अप्रैल, 2014 से इस मोबाइल एप का उपयोग अनिवार्य रूप से शुरू करेंगे।
मध्यप्रदेश प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अमल में देश में अव्वल है। अब तक राज्य में इस योजना में 53 हजार किलोमीटर लम्बी सड़कों का निर्माण हो चुका है और 14 हजार किलोमीटर लम्बी सड़कों का निर्माण जारी है। सूचना प्रौद्योगिकी आधारित मोबाइल एप की इस नई तकनीक के उपयोग से प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम-सड़क योजना में बन रही सड़कों की गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली अब और बेहतर होगी। कार्यशाला में निदेशक राष्ट्रीय ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण श्री एन.सी. सोलंकी, प्रमुख अभियंता मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण श्री एम.के. गुप्ता तथा छत्तीसगढ़ ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण के राज्य गुणवत्ता समन्वयक श्री एम.के. गुप्ता सहित विशेषज्ञों ने मोबाइल एप्लीकेशन की कार्य-प्रणाली और विशेषताओं के बारे में प्रतिभागियों को मार्गदर्शन दिया।