भोपाल :खाद्य प्र-संस्करण, कुटीर और ग्रामोद्योग मंत्री सुश्री कुसुम महदेले ने एग्रो की गतिविधियों को प्रदेश में एक साथ चलाने को कहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के अनुरूप खेती को फायदे का धंधा बनाने के लिये कृषि के नये यंत्र बनाये जायें, ताकि उससे किसानों को मदद मिल सके। सुश्री महदेले आज एम.पी. स्टेट एग्रो इण्डस्ट्रीज डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन के अध्यक्ष का कार्यभार ग्रहण करने के बाद अधिकारियों को संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर कार्पोरेशन के प्रबंध संचालक श्री राकेश श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।
सुश्री कुसुम महदेले ने कहा कि खाद्य प्र-संस्करण की गतिविधियों को उद्यानिकी के सहयोग से विस्तारित किया जाये। एग्रो छोटे-छोटे प्लांट लगाकर कुटीर उद्योगों को बढ़ावा दे। किसानों को बॉयोगैस का इस्तेमाल करने के लिये प्रोत्साहित किया जाये। बॉयोगैस का उपयोग होने से जंगल बचेगा और प्रकृति बचेगी। उन्होंने चालू बॉयोगैस संयंत्रों की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। सुश्री महदेले ने एग्रो की योजनाओं पर आधारित एक वृहद कार्यक्रम आयोजित करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी क्षेत्र में खाद्य प्र-संस्करण की कम से कम एक-एक इकाई स्थापित होनी चाहिये। सुश्री महदेले ने एग्रो में बेकलॉग के रिक्त पदों की पूर्ति करवाने को भी कहा। उन्होंने एग्रो को मछलियों के लिये आहार सामग्री प्रदाय करने की योजना बनाने के निर्देश दिये।
प्रारंभ में श्री राकेश श्रीवास्तव ने सुश्री कुसुम महदेले का स्वागत कर निगम की गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में महाप्रबंधक द्वय श्री व्ही.आर. धवल और श्री रवीन्द्र चतुर्वेदी भी उपस्थित थे। कार्पोरेशन पहुँचने पर सुश्री महदेले का एग्रो कर्मचारी संघ के अध्यक्ष श्री चन्द्रशेखर परसाई आदि ने स्वागत किया।
मृगनयनी
सुश्री कुसुम महदेले ने संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम के अंतर्गत जीटीबी कॉम्पलेक्स में संचालित मृगनयनी शो-रूम का अवलोकन किया। उन्होंने शो-रूम में मध्यप्रदेश में निर्मित साड़ियों, चित्रकला, बेग आदि का अवलोकन कर उनकी सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हेण्डीक्राफ्ट से जुड़े कारीगरों की कला को जिंदा रखा जाना चाहिये। लोहार, ताम्रकार आदि वर्गों की कलाएँ देश की विरासत हैं, इन्हें गुम होने से बचाना होगा। इसके पूर्व निगम की प्रबंध संचालक श्रीमती वीरा राणा ने सुश्री महदेले का स्वागत किया।
हस्तशिल्प विकास निगम
सुश्री कुसुम महदेले ने संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम में पहुँचकर गतिविधियों का जायजा लिया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव ग्रामोद्योग श्रीमती शिखा दुबे भी उपस्थित थीं। सुश्री महदेले ने सभी नेशनल पार्क में निगम के विक्रय केन्द्रों को खोलने के निर्देश दिये। निगम के लिये नई भर्ती की प्रक्रिया तैयार करने तथा बैकलॉग पदों को शीघ्र भरने के निर्देश भी उन्होंने दिये। सुश्री महदेले ने कहा कि निगम चर्मशिल्प के कार्य को भी महत्व दें। निगम की प्रबंध संचालक श्रीमती वीरा राणा ने उन्हें निगम की योजनाओं से अवगत करवाया।
खादी ग्रामोद्योग बोर्ड
सुश्री महदेले ने खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के कार्यालय पहुँचकर अधिकारियों से गतिविधियों की जानकारी हासिल की। उन्होंने बुंदेलखण्ड क्षेत्र में भी खादी और ग्रामोद्योग की गतिविधियों के संचालन के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की खादी और ग्रामोद्योग की वस्तुओं का प्रदाय अन्य राज्यों में भी किया जाये। कुटीर उद्योग का संचालन प्रत्येक जिले में हो। उन्होंने पॉलीथिन के स्थान पर कागज के बेग बनाने को कहा। जहाँ सरसों की अधिक पैदावार होती है वहाँ तेल उत्पादन को प्रोत्साहित किया जाये। सुश्री महदेले ने बोर्ड के अधिकारी एवं कर्मचारियों को छठवाँ वेतनमान की स्वीकृति दिलवाने के लिये आश्वस्त किया। इसके पूर्व प्रमुख सचिव ग्रामोद्योग श्रीमती शिखा दुबे ने स्वागत कर गतिविधियों की जानकारी दी।
माटी कला बोर्ड
सुश्री कुसुम महदेले ने कहा कि प्रदेश सरकार ने माटी कला को प्रोत्साहन देने के लिये बोर्ड बनाया है। माटी कला देश के इतिहास और सभ्यता से जुड़ी है। इस कला का लाभ अधिकाधिक लोगों को मिलना चाहिये। सुश्री महदेले ने बोर्ड की 100 दिन की कार्य-योजना की जानकारी प्राप्त की। बोर्ड के सीईओ श्री चन्द्रमोहन शर्मा ने सुश्री महदेले को बोर्ड की गतिविधियों की जानकारी दी।