नई दिल्ली, 31 दिसम्बर (आईएएनएस)। नए सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत तथा वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोवा ने शनिवार को अपना कार्यभार संभाल लिया।
सेना के पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी तथा दक्षिणी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल पी.एम.हारिज की वरिष्ठता की अनदेखी कर जनरल रावत को देश के 27वें सेना प्रमुख के रूप में नियुक्ति से विवाद पैदा हो गया था।
लेफ्टिनेंट जनरल बख्शी ने हालांकि अपने इस्तीफे की अटकलों को शनिवार को खारिज किया और टेलीफोन कर जनरल रावत को बधाई दी।
जनरल रावत तथा एयर चीफ मार्शल धनोवा को कार्यभार सौंपने से पहले जनरल दलबीर सिंह तथा एयर चीफ मार्शल अरुप राहा ने अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर लेने के बाद जनरल सिंह ने कहा कि उन्होंने किसी भी कार्रवाई के बदले ‘पर्याप्त से अधिक, तत्काल तथा करारा जवाब’ देने का वादा किया था और भारतीय सेना ने उनके ढाई साल के कार्यकाल के दौरान इसे पूरा किया।
जनरल सिंह ने कहा, “जिस दिन मैंने सेना प्रमुख का पदभार ग्रहण किया था, मैंने कहा था कि किसी भी कार्रवाई के प्रति हमारी प्रतिक्रिया पर्याप्त से अधिक, तत्काल व जोरदार होगी।”
उल्लेखनीय है कि जनरल सिंह के कार्यकाल के दौरान, भारतीय सेना ने दो सर्जिकल स्ट्राइक किए-पहला जून 2015 में पूर्वी मोर्चे पर म्यांमार से लगी सीमा पर हुआ था। यह कार्रवाई मणिपुर में हमले के प्रतिक्रिया स्वरूप की गई थी, जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे। जबकि, दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हमले के प्रतिक्रिया स्वरूप नियंत्रण रेखा पर किया गया था।
जनरल रावत ने दोनों कार्रवाइयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
जनरल बिपिन रावत को भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से दिसम्बर 1978 में 11 गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में नियुक्त किया गया था, जहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया था।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि जनरल रावत को ऊंचे पर्वतीय स्थलों में युद्ध और आतंकवाद विरोधी अभियानों का व्यापक अनुभव है।
वहीं, सेना प्रमुख सिंह ने कहा कि सेना का फोकस सैन्य संचालन की तैयारी तथा प्रशिक्षण पर है।
उन्होंने कहा, “भारतीय सेना ने पिछले ढाई वर्षो में करारा जवाब दिया है। भारतीय सेना दुनिया की सबसे बेहतरीन तथा मजबूत सेना है। मैं देश को यह आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसी भी बाहरी या भीतरी चुनौती से निपटने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह तैयार तथा अच्छी तरह प्रशिक्षित है।”
सैन्य अभियान के दौरान सेना को फ्री हैंड देने, सेना के आधुनिकीकरण पर जोर देने तथा ‘वन रैंक वन पेंशन’ के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया।
सेनाप्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग तथा वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरुप राहा के कार्यकाल का आज अंतिम दिन था।
43 वर्षो की सेवा के बाद जनरल सिंह शनिवार को सेवानिवृत्त हो गए।
लेफ्टिनेंट जनरल बख्शी ने जनरल रावत को बधाई देने के लिए उन्हें टेलीफोन किया और मीडिया तथा सोशल मीडिया में चल रही अटकलों पर विराम लगाने का अनुरोध किया।
एयर चीफ मार्शल बी.एस.धनोवा ने इस बीच देश के 25वीं वायु सेना प्रमुख का पदभार संभाल लिया।
जनरल सिंह तथा एयर चीफ मार्शल राहा शनिवार को सेवानिवृत्त हो गए।