देश की सांख्यिकीय एजेंसी आईबीजीई के मुताबिक, 2015 की तुलना में इस नई दर में सालाना आधार पर अत्यधिक वृद्धि हुई है। 2015 में इसी अवधि में बेरोजगारी दर नौ प्रतिशत थी।
आईबीजीई के मुताबिक, बेरोजगारी दर का मतलब है कि इस समीक्षाधीन अवधि के दरौान 1.21 करोड़ लोग बेरोजगार रहे, जो पिछले साल के मुकाबले 33.1 फीसदी अधिक है।
रोजगार प्राप्त लोगों की संख्या में 2.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और यह 9.02 करोड़ रही। निजी क्षेत्र में रोजगार प्राप्त लोगों की संख्या 3.7 फीसदी की गिरावट के साथ 3.41 करोड़ रही।
आईबीजीई के मुताबिक, कृषि, उद्योग, वित्तीय सेवाओं, निर्माण और रियल एस्टेट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर अत्यधिक रही है।