लखनऊ, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को सोमवार को अपनी पार्टी से दूसरा झटका भी लग गया। सीतापुर से समाजवादी पार्टी (सपा) विधायक रामपाल यादव की पार्टी में वापसी हो गई। अवैध निर्माण और समर्थकों के साथ गुंडागर्दी की शिकायत पर अखिलेश यादव ने उन्हें अप्रैल में पार्टी से बाहर कर दिया था।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने सोमवार को एक बयान जारी कर जानकारी दी। बयान के मुताबिक, सीतापुर के बिसवां से विधायक रामपाल यादव के निष्कासन पर विचार करते हुए उन्हें पार्टी में वापस लिया जा रहा है और उम्मीद की जाती है कि वह भविष्य में निष्ठापूर्वक और अनुशासित रहकर पार्टी में काम करेंगे।
गौरतलब है कि अप्रैल में सपा विधायक रामपाल का जियामऊ स्थित अवैध निर्माण ढहाने पहुंची एलडीए की टीम के साथ विधायक और उनके समर्थकों ने मारपीट की थी। इसके बाद पुलिस ने रामपाल और उनके समधी पूर्व विधायक राजेंद्र यादव सहित 9 लोगों को हिरासत में ले लिया था।
इस दौरान उनके एक समर्थक ने भारी पुलिस फोर्स के सामने एलडीए सचिव पर पिस्टल भी तान दी थी। विधायक और उनके समर्थकों ने इतना बवाल किया कि पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा था।
उस वक्त सपा प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधायक रामपाल यादव को अनियमितताओं व अवैधानिक कामों में लिप्त रहने और पार्टी की छवि खराब करने के कारण सपा से निष्कासित कर दिया था।
उल्लेखनीय है कि मुलायम सिंह यादव के करीबी गायत्री प्रजापति को गत रविवार को ही अचानक पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है।