लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित बसपा के प्रदेश पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान मायावती से पूछा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी जनसभाओं में कहा है कि नोटबंदी के बाद से मायावती के चेहरे का नूर उड़ गया है? इसके जवाब में मायावती ने कहा, “मैं आपके सामने हूं, देखिये मेरे चेहरे का नूर तो और भी ज्यादा बढ़ गया है।”
उन्होंने कहा, “नोटबंदी से न मुझ पर और न मेरी पार्टी पर कोई फर्क पड़ने वाला है। नूर तो मोदी, केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ-साथ भाजपा के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं के चेहरे का उड़ गया है।
मायावती ने कहा, “बेवकूफों के नोटबंदी जैसे फैसले से तो मैं खुश हूं। नोटबंदी का निर्णय भ्रष्टाचार और कालेधन को रोकने के लिए नहीं बल्कि अपने स्वयं के न किए गए वायदों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए लिया गया है।” उन्होंने कहा कि नूर तो भाजपा एंड कंपनी के चेहरों से उतर गया है।
एक दूसरे सवाल कि बसपा में मुस्लिम लीडरशिप नहीं दिखाई पड़ रही है? के जवाब में मायावती ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी का नाम लिया।