हैदराबाद, 26 दिसम्बर (आईएएनएस)। मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (एमएएनयूयू) ने सोमवार को फिल्म अभिनेता शाहरुख खान को डॉक्ट्रेट की मानद उपाधि से नवाजा। उन्हें यह उपाधि अपनी फिल्मों के जरिए उर्दू भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने में असाधारण योगदान के लिए दी गई है।
विश्वविद्यालय के कुलपति जफर सारेशवाला ने विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में शाहरुख को यह उपाधि प्रदान की।
स्नातक गाउन पहने और चश्मा लगाए शाहरुख खान को यह उपाधि छात्रों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच दी गई।
अपने संक्षिप्त संबोधन में शाहरुख खान ने विश्वविद्यालय को इस सम्मान के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस पल को देखकर उनके माता-पिता प्रसन्न होते, खास तौर से इसलिए कि वह अपनी मां के जन्मस्थान में सम्मानित हो रहे हैं।
अभिनेता ने कहा कि उनके पिता मौलाना अबुल कलाम आजाद के अनुयायी थे।
उन्होंने कहा, “मैंने सुना है कि मेरे पिता ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था और उनकी जमानत जब्त हो गई थी।”
शाहरुख ने कहा कि उनके पिता बेहतरीन उर्दू और फारसी बोलते थे। उन्होंने कहा, “जो भी थोड़ा बहुत मेरे पास बोलने के तरीका है, यह उन्हीं की वजह से है।”
उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि यह शिक्षा के क्षेत्र और उर्दू व भाषा के क्षेत्र की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। अपने कार्य के जरिए जो थोड़ा-बहुत मैं कर सकूंगा, मैं वादा करता हूं कि मैं अपनी क्षमता के अनुसार बेहतरीन प्रयास करूंगा।”