पटना, 23 दिसंबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद बिहार और झारखंड में उन बैंक खातों की जांच आयकर विभाग ने शुरू कर दी है, जिनमें एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा की गई है। ऐसे खातों में व्यवसायी, किसी संस्थान या फर्म समेत अन्य लोग शामिल हैं। इनमें कई नक्सलियों के खाते भी बताए जा रहे हैं।
बिहार आयकर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बिहार और झारखंड में 1700 से ज्यादा संदिग्ध बैंक खातों की जांच शुरू कर दी गई है, जिसमें आठ नवंबर के बाद खातेदारों ने बड़े पैमाने पर पुराने नोट जमा कराए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रारंभ में उन खातों की जांच की जाएगी, जिनमें एक करोड़ रुपये से ज्यादा जमा किए गए। आयकर विभाग के निदेशक (अन्वेषण) अशोक कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि ऐसे 1700 से ज्यादा बैंक खातों की जांच की जा रही है। जो खाताधारक पैसे जमा करने का सही कारण नहीं बता पाएंगे, उनके पैसे जब्त कर लिए जाएंगे।
इन बैंक खातों में सबसे ज्यादा खाते पटना, कटिहार, सुपौल, रांची, देवघर, धनबाद, पूर्णिया, चाईबासा, जमशेदपुर समेत अन्य जिलों के हैं। इनमें निजी बैंक के खातों की संख्या ज्यादा है। कई लोगों के खाते ऐसे भी मिले हैं, जो हैं झारखंड में, लेकिन इनका कारोबार और मुख्य आधार बिहार के किसी जिले में है।