हैदराबाद, 23 दिसम्बर (आईएएनएस)। तेलंगाना सरकार ने आवासीय योजना के तहत सिद्दीपेट जिले के दो छोटे गांवों की कायापलट कर दी है। सरकार ने इन गांवों में दो शयनकक्षों वाले घरों का निर्माण किया है।
सिद्दीपेट जिले के एरावल्ली और नारसान्नापेट गांवों के लगभग 500 परिवार अपनी झोपड़ियों और कच्चे घरों से इन नए घरों में चले गए हैं। ये घर सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं।
मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने इन दोनों गांवों को गोद ले रखा है। उन्होंने इन गांवों को पूरे देश में मॉडल गांव बनाने की प्रतिबद्धता जताई थी। चंद्रशेखर राव ने ही शुक्रवार सुबह इन घरों का उद्घाटन किया।
घरों का सामूहिक उद्घाटन सुबह 7.53 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच किया गया। इस मौके पर राज्य सरकार ने 600 पुरोहितों का बंदोबस्त किया था।
इरावल्ली में कुल 380 घर और नारासन्नापेट के 200 घरों का निर्माण प्रति घर 5.5 लाख रुपये की लागत से किया गया है। इनमें से 489 घर बनकर तैयार हो गए हैं, जबकि बाकी अगले महीने तक बनकर तैयार हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने सामुदायिक सभागार और अन्य सुविधा केंद्रों का भी उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इन दोनों गांवों को नकदीरहित गांवों के रूप में विकसित किया जाएगा।
इन गांवों में नई सड़कें, सीवर लाइनें लगी हैं। इन नवनिर्मित घरों को व्यवस्थित रूप से कतार में बनाया गया है, इन घरों में बिजली और पानी की निर्बाध आपूर्ति है। टैंक, शौचालयों और बाथरूम आदि की सुविधाएं हैं। इन दोनों गांवों का पूरी तरह से कायापलट कर दिया गया है। इन गांवों में सामुदायिक सभागार, खेल के मैदान और पार्को जैसी सुविधाएं भी हैं।
मिशन भागीरथ और अन्य योजनाओं के तहत सभी घरों में 24 घंटे पानी और वाई-फाई की सुविधाएं दी जाएगी।
राव ने कहा कि ये गांव पूरी तरह से आत्मनिर्भर होंगे। सरकार इन गांवों के लोगों को कृषि और बागबानी में मदद करेगी। इन नए घरों के परिसरों में फलदायक पौधे लगाए जाएंगे।
इन परिवारों को एक दुधारू भैंस और 20 मुर्गियां दी जाएंगी, ताकि इनसे इनका जीविकोपार्जन हो सके।
सरकार की राज्य के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 2.6 लाख डबल बेडरूम घरों का निर्माण करने की भी योजना है।