आईजी (नक्सल ऑपेरशन) डी.एम. अवस्थी ने बताया कि पकड़े गए दोनों व्यक्ति बैंक में पैसा खपाने पहुंचे थे। दोनों से पूछताछ की जा रही है कि इतनी बड़ी रकम कहां से लाए और किस तक पहुंचाना उनका मकसद था।
उन्होंने कहा कि राजधानी के अलावा दूसरे जिलों में भी नक्सलियों का पैसा दूसरे लोगों के द्वारा बैंक खातों में जमा कराने की सूचना मिली है। इस सिलसिले में जांच जारी है।
अवस्थी ने बताया कि दोनों के पास लाखों रुपये होने की सूचना की मुखबिरी पर एसआईबी की टीम ने देवेंद्र नगर बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में छापामार कार्रवाई की।
उन्होंने बताया कि दोनों से पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं मिला। पैसों को आयकर विभाग के हवाले कर दिया गया है। पकड़े गए दो व्यक्तियों के नाम किशोर वाधवानी और कपिल भटनागर हैं। वाधवानी रायपुर में गुटखा कारोबारी है। भटनागर उसी के यहां काम करता है।
अवस्थी ने बताया कि दोनों के पास से 500 और 1000 के नोट, कुल 90 लाख 55 हजार रुपये बरामद हुए हैं। अभी यह बात सामने नहीं आई है कि दोनों के पास इतने रुपये कहां से आए।
उन्होंने बताया कि दोनों से पैसों के साथ बैंक की पर्ची मिली है, जिसमें खाता संख्या दर्ज है। आयकर विभाग को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। पर्ची में दर्ज खाता संख्या के आधार पर पता लगाया जा रहा है कि किसके खाते में रुपये जमा कराने के लिए दोनों यहां आए थे।
अवस्थी ने कहा कि नक्सलियों तक पैसे पहुंचाने की बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता। नक्सलियों में नोटबंदी को लेकर हलचल है। नक्सली इलाकों में नाकाबंदी कर दी गई है।