नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा नोटबंदी के कारण पैसों की कोई कमी नहीं है और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) बैंकों को मुद्रा की पर्याप्त आपूर्ति कर रही है।
उन्होंने इसके राजनीतिक विरोध पर खेद व्यक्त करते हुए रोलबैक से इनकार किया।
जेटली ने कहा, “रिजर्व बैंक करेंसी चेस्ट को नए नोटों की पर्याप्त आपूर्ति कर रही है, जिनकी संख्या 4,400 है। यहां बिल्कुल कोई कमी नहीं है। अनावश्यक दहशत फैलाया जा रहा है और कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री भी इसमें शामिल हो गए हैं, जिसकी मैं उम्मीद नहीं करता।”
उन्होंने यह बातें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को निशाना बनाते हुए यह बातें कहीं, जिन्होंने सरकार को नोटबंदी वापस लेने के लिए तीन दिन का समय दिया है और ऐसा नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
जेटली ने जोर देकर कहा, “रोल बैक का सवाल ही नहीं है।”
उन्होंने बैंक कर्मचारियों की काम की तरीफ करते हुए कहा, “मैंने खुद बैंक की शाखाओं में जाकर देखा है। लोग जमा कर रहे हैं निकासी कर रहे हैं। अगले कुछ दिनों में हम दुनिया का सबसे बड़ा नोट बदलने का काम पूरा कर लेंगे।”
इससे पहले आज जेटली ने कहा था सरकार का 1,000 रुपये के नोट लाने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने नोट बदलने की सीमा को घटाकर 2,000 रुपये करने के फैसले का बचाव किया।
उन्होंने कहा कि सरकार का 1,000 रुपये के नोट जारी करने का कोई इरादा नहीं है और नए नोट बदलवाने की सीमा 2,000 इसलिए तय की गई है कि पैसों का दुरुपयोग न हो।
वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि गुरुवार तक 22,500 एटीएम का रिकैलीब्रेशन (नए नोट के मुताबिक सुधार) कर लिया गया है।
जेटली ने कहा, “अब तक 10 फीसदी एटीएम को नए नोटों के हिसाब से सुधार लिया गया है। कुल 2 लाख एटीएम हैं जिनमें गुरुवार तक 22,500 एटीएम को रिकैलीब्रेटेड कर लिया गया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए शादी के मामलों में 2.5 लाख तक की रकम निकालने की इजाजत दी गई है।
इस बारे में भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को एक बार फिर दोहराया कि नोटो की पर्याप्त आपूर्ति की जा रही है और लोगों को घबराने की जरुरत नहीं है।
आरबीआई ने अपने वेबसाइट पर एक बयान जारी कर कहा, “आरबीआई एक बार फिर स्पष्ट करती है कि नोटों का पर्याप्त उत्पादन हो रहा है जो दो महीने पहले से चल रहा है और इसकी पर्याप्त आपूर्ति की जा रही है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है और न ही नकदी को अनावश्यक रूप से इकट्ठा कर रखने की जरूरत है।”