नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)। भारत ने गुरुवार को बताया कि उसने पाकिस्तानी उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी को तलब कर नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम के उल्लंघन पर विरोध दर्ज कराया। इस माह संघर्षविराम के उल्लंघन के मुद्दे पर भारत ने तीसरी बार डिमार्च जारी किया है।
पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को बुधवार को तलब किया गया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, “हम लोगों ने बता दिया है कि संयम बरतने के आह्वान के बावजूद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने नौ से पंद्रह नवंबर 2016 के बीच 12 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया। इस दौरान पाकिस्तानी सेना ने तोपें और 120 मिलीमीटर के भारी मोर्टार के जरिए भारतीय चौकियों पर गोलाबारी तेज कर दी। इन हिंसक कार्यो का जारी रहना संघर्षविराम करार 2003 का स्पष्ट उल्लंघन है।”
प्रवक्ता ने कहा, “भारत ने नियंत्रण रेखा के उस पार पाकिस्तानी क्षेत्र की सीमाई चौकियों के आसपास आतंकियों की संख्या बढ़ाने की भी कड़ी निंदा की। केवल पिछले हफ्ते ही 18 ऐसी घटनाएं घटीं जब आतंकियों ने पाकिस्तानी चौकियों के आस पास से भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की और उन्होंने भारतीय चौकियों और गश्ती दल को निशाना भी बनाया।”
भारत ने पाकिस्तानी सेना द्वारा जानबूझकर नियंत्रण रेखा से लगे 14 गांवों पर गोलीबारी करने का भी विरोध किया। इसमें चार लोगों की मौत हो गई जबकि 25 घायल हो गए।
भारत ने सिपाही चंदू बाबू लाल चौहान की सुरक्षा को लेकर भी अपनी चिंता जताई जो एक माह पहले ‘अनजाने’ में सीमा पार चला गया था। भारत ने सिपाही को जल्द से जल्द वापस भेजने की मांग की।