नई दिल्ली , 10 नवंबर (आईएएनएस)। मोदी सरकार द्वारा मंगलवार रात 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट बंद करने की घोषणा करने के बाद गुरुवार को दोबारा खुले बैंको में नोट बदलवाने के लिए भारी भीड़ दिखी। कई लोगों ने थोड़े नोट बदलावाकर नकदी ली और शेष राशि जमा कर दी।
नोएडा के एक्सिस बैंक की शाखा जब सुबह आठ बजे खुली तो इसके सेल्स एक्जिक्यूटिव मुकुल बैंक के बाहर ग्राहकों को पैसे निकालने वाले फॉर्म बांटने के लिए खड़े थे।
उन्होंने आईएएनएस को बताया, “जब मैं कार्यालय पहुंचा तो पहले से भीड़ मौजूद थी। अब हम पूरी क्षमता से अपना काम कर रहे हैं और बैंक के अंदर अभी भी बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं।”
मुकुल के मुताबिक, “हमें जल्दी कार्यालय पहुंचने के लिए कहा गया था और हमारी शिफ्ट (काम करने के समय) को दो घंटे बढ़ा दिया गया है। हम ऐसी ही भीड़ की उम्मीद कर रहे थे।”
नोएडा में ही कोटक बैंक की एक शाखा में भारी भीड़ दिखी।
इस बैंक के सुरक्षा गार्ड ने बताया कि बैंक खुलने के पहले से ही, लोगों की भीड़ जुटने लगी थी। लोग काफी पहले से ही वहां खड़े रहे।
रुपये बदलने और जमा करने आए एक ग्राहक ने आईएएनएस को बताया, “मैं पिछले एक घंटे से कतार में खड़ा हूं। मैं सुबह नौ बजे आया था, मुझे लगता है कि और जल्दी आना चाहिए था। ”
अधिकांश बैंकों ने फॉर्म भरने और अन्य निर्देशों संबंधित बातों के संबंध में लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए कम से कम दो कर्मचारियों को गेट के बाहर तैनात कर रखा था। हालांकि, अधिकांश ग्राहकों को पैसे निकालने, बदलने व जमा करने संबंधी नियमों को बारे में पता है।
एक ग्राहक ने अपनी जानकारी को पुष्ट करते हुए आईएएनएस से कहा, “आप 4,000 रुपये तक के नोट बदल सकते हैं, जबकि जमा करने के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं है।”
भीड़ के मामले में दिल्ली-एनसीआर के कमोबेश सारे बैंकों का यही हाल है।