पटना, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में चर्चित इंटर टॉपर्स घोटाले के मास्टरमाइंड और वैशाली के विशुनदेव राय कॉलेज के संचालक बच्चा राय की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। पुलिस ने उनकी संपत्ति जब्त करने का ब्योरा आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दिया है।
इस मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख और पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने सोमवार को कहा, “बच्चा राय की आय से अधिक संपत्ति को जब्त करने के लिए आर्थिक अपराध इकाई को पत्र लिखकर ब्योरा भेजा गया है। बच्चा राय पर आय से अधिक संपत्ति रखने के साथ-साथ उस संपत्ति का रिटर्न नहीं भरने का आरोप है।” उन्होंने कहा कि बच्चा राय पर अवैध तरीके से दो करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है।
इंटर टॉपर्स घोटाला सामने आने के बाद एसआईटी ने बच्चा राय के खिलाफ छह जून को पटना के कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें बच्चा के खिलाफ धोखाधड़ी, ठगी, फर्जी कागजात तैयार कर अपने पद का दुरुपयोग करने और घोषित संपत्ति से लगभग दो करोड़ रुपये अधिक की संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इंटर टॉपर्स घोटाला के बाद बच्चा राय के घर पर की गई छापेमारी में पुलिस को एक करोड़ 85 लाख रुपये कीमत के जमीन के कागजात मिले थे।
बिहार में इस वर्ष 12वीं (इंटर) की परीक्षा में कला संकाय में टॉपर रही रूबी कुमारी और विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरभ श्रेष्ठ का विषय और विशेष ज्ञान से संबंधित साक्षात्कार टीवी चैनलों पर प्रसारित किए जाने के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ था।
इसके बाद समिति ने विशेषज्ञों की एक टीम बनाई थी और 14 टॉपरों का साक्षात्कार लिया था। विशेषज्ञों द्वारा लिए गए साक्षात्कार के बाद विज्ञान संकाय के टॉपर्स बने सौरभ श्रेष्ठ और राहुल कुमार तथा कला संकाय की टॉपर रूबी कुमारी के परीक्षा परिणाम रद्द कर दिए गए थे।
इस मामले में छह जून को कोतवाली थाने में रूबी राय सहित अन्य टॉपरों को आरोपित बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मामला उजागर होने के बाद पूरे मामले की जांच एसआईटी कर रही है। इस मामले में बच्चा राय, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद व उसकी पत्नी उषा सिन्हा सहित कई लोग अभी जेल में हैं।