इस्लामाबाद, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना क्षेत्र की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रख रही है और प्रत्यक्ष या परोक्ष किसी भी खतरे का सामना करने के लिए तैयार है।
रावलपिंडी में कोर कमांडरों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए जनरल शरीफ ने रविवार को भारतीय सेना के शिविर पर हुए हमले का कोई विशिष्ट संदर्भ नहीं दिया जिसमें 18 सैनिक शहीद हुए हैं।
भारत ने इस रक्तपात के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। पाकिस्तान ने इस आरोप से इनकार किया है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने जनरल शरीफ के हवाले से कहा है, “हमलोग पूरी तरह सचेत हैं और क्षेत्र की ताजा घटनाओं और पाकिस्तान की सेना पर उसके प्रभाव पर करीबी नजर रख रहे हैं।”
उन्होंने पाकिस्तानी सेना के अभियान के लिए तैयार रहने पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सशस्त्र बल प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष खतरे के पूरे परिदृश्य का जवाब देने के लिए तैयार हैं।
सेना के मीडिया विंग ने कहा कि रावलपिंडी की बैठक में बाहरी और आंतरिक सुरक्षा की स्थिति और सेना की तैयारियों की समीक्षा की गई।
सेना प्रमुख के हवाले से जारी बयान में कहा गया है, “पाकिस्तान की सेनाएं पाकिस्तान की एकता एवं संप्रभुता के खिलाफ किसी भी कुटिल मनसूबे को नाकाम कर देंगी।”
सेना प्रमुख की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री के वरिष्ठ सहयोगी सरताज अजीज के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि रविवार का हमला भारत की ओर से जम्मू एवं कश्मीर में अशांति की ओर से ध्यान हटाने का प्रयास है।
अजीज ने कहा कि यह विशेष रूप से निंदनीय है कि भारत ने 18 सैनिकों के मारे जाने की घटना की उचित ढंग से जांच किए बगैर पाकिस्तान पर दोष मढ़ दिया।
उन्होंने कहा, “यह बयान दुनिया की राय को गुमराह करने और कश्मीर में भारत के आतंक के शासन को ढंकने का प्रयास है।”
हाल के समय में भारत और पाकिस्तान का रिश्ता उस समय से बहुत खराब हो गया है जब से आठ जुलाई को एक आतंकी कमांडर के मारे जाने के बाद पाकिस्तान कश्मीर घाटी में बड़े पैमाने पर हो रहे प्रदर्शन के समर्थन में खुलकर आ गया।