मुंबई, 15 सितंबर (आईएएनएस)। सरकार द्वारा रुपये के अवमूल्यन करने की खबरों को खारिज करने के बाद भी रुपया गुरुवार को दो हफ्तों के न्यूनतम स्तर तक गिरकर 67.02 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
मीडिया में आई एक खबर में वाणिज्य मंत्रालय द्वारा निर्यात में बढ़ोतरी के लिए रुपये के अवमूल्यन का दावा किए जाने के बाद रुपये में तेज गिरावट देखी गई। हालांकि बाद में सरकार द्वारा इसे खारिज करने के बाद रुपया थोड़ा संभला।
मंत्रालय के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, “भारत रुपये के अवमूल्यन पर विचार नहीं कर रहा है। ऐसी खबरों में कोई सच्चाई नहीं है।”
रुपये के अवमूल्यन की खबरों के बाद रुपये की कीमत गिरकर 67.07 रुपये प्रति डॉलर तक पहुंच गई थी। हालांकि सरकार के खंडन के बाद इसमें तेजी आई और यह 66.82 के स्तर तक पहुंचा, लेकिन बाद में 67.02 पर बंद हुआ।
कोटक सिक्यूरिटी के एसोसिएट उपाध्यक्ष ने बताया, “दिन के बीच में अवमूल्यन की खबरों के कारण रुपये में तेज गिरावट आई। लेकिन केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप के कारण ही रुपया संभला।”
वहीं, वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमन ने कहा कि उन्होंने रुपये के अवमूल्यन पर कोई टिप्पणी नहीं की थी।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मैंने किसी भी समाचार संवाददाता के साथ रुपये के अवमूल्यन को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की थी। इस विषय पर मेरे हवाले से जो भी बातें कही जा रही है वे आधारहीन है।”
वहीं, वित्तीय मामलों के सचिव शशिकांत दास ने कहा, “सरकार द्वारा रुपये के अवमूल्यन की खबरें झूठी हैं।”
रुपये के अवमूल्यन की अफवाह का असर भारतीय शेयर बाजारों पर भी हुआ और दिनभर बाजार में उतार-चढ़ाव के बाद प्रमुख सूचकांक सपाट बंद हुए।
–आईएएनएस