पुलिस के अनुसार, गहमर थाना क्षेत्र के सेवराई गांव की दलित बस्ती निवासी राजेंद्र राम की दो वर्षीय पौत्री की बीमारी से मौत हो जाने के कारण गांव के ही कब्रिस्तान में मुन्ना राम व बाबूराम दोनों भाई कब्र खोद रहे थे। इसी बीच फावड़ा मिट्टी के बने एक घड़े से जा टकराया, घड़ा फूटा और चांदी के सिक्के बिखर गए। इसे देखकर मजदूरों में लालच आ गई और उनमें लूटने की होड़ मच गई, जिसके हाथ जितना लगा लेकर फरार हो गया।
जिन लोगों को एक भी सिक्का हाथ नहीं लगा, उन्होंने नाराज होकर पुलिस को फोन के जरिए सूचना दी। पुलिस ने दलित बस्ती में छापेमारी कर बाबूराम के पास से सात सिक्के बरामद कर लिए और थाने पर लाकर उससे पूछताछ की।
ईदगाह के समीप जमीन में सिक्के मिलने से मुगलों के जमाने का सिक्का होने का अंदाज लगाया जा रहा है। सोलहवीं सदी में सेवराई के नबाब कुतुलू खां थे।
थानाध्यक्ष के.पी. सिंह ने बताया कि मुगलों के जमाने के सात सिक्के सेवराई निवासी बाबूराम से बरामद किए गए, जिन पर उर्दू में कुछ लिखा है।