शास्त्र पुराण से लेकर धर्म गुरूओं तक सभी यही कहते हैं कि व्यक्ति जन्म के साथ ही बंद मुट्ठी में अपना भाग्य लेकर आता है। जिनका भाग्य मजबूत और प्रभावशाली होता है वह कम परिश्रम से ही जीवन में सफलता की सीढ़ियां चढ़ते जाते हैं और धन वैभव से संपन्न जीवन का सुख प्राप्त करते हैं। ऐसे लोगों को लोग भाग्यशाली कहते हैं। लेकिन हर व्यक्ति के हाथों में ऐसी भाग्य रेखा नहीं होती है।
अंकशास्त्र में कहा गया है कि भले ही कोई व्यक्ति कमजोर भाग्य लेकर पैदा हुआ है लेकिन जिस प्रकार विटामिन और पोषक तत्वों से कमजोर आदमी को बलवान बनाया जा सकता है ठीक उसी प्रकार कुछ सामान्य उपाय से भाग्य को भी बलवान बनाया जा सकता है। सबसे पहले हम मूलांक एक वालों की बात करें कि वह कैसे अपने भाग्य को मजबूत बना सकते हैं।
अगर आपको अपना मूलांक नहीं पता है तो सबसे पहले यह जान लें कि मूलांक क्या है। अंक ज्योतिष में बताया गया है कि किसी भी महीने में 1, 10, 19 अथवा 28 तारीख को जिनका जन्म हुआ है उनका मूलांक एक होता है। इस मूलांक का स्वामी ग्रह सूर्य है। ऐसे व्यक्तियों को सूर्य को बलवान बनाना चाहिए।
सूर्य सभी ग्रहों के राजा हैं। ज्योतिषशास्त्री चन्द्रप्रभा बताती है कि किसी व्यक्ति की कुण्डली में भले ही सभी ग्रह कमजोर हों लेकिन अकेला सूर्य बलवान हो तब भी सूर्य के शुभ प्रभाव से व्यक्ति सभी समस्याओं और बाधाओं को पार करके जीवन में उन्नति की ओर बढ़ता रहता है।
सूर्य को बलवान बनाने के उपाय
सूर्य को बलवान बनाने के लिए लगातार तीस रविवार व्रत रखें।
लाल वस्त्र पहनकर उगते सूर्य को जल दें और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
पिता एवं गुरूओं का आदर करें और नियमित इनसे आशीर्वाद प्राप्त करें।
लाल गाय को गुड और गेहूं के आटे से बनी पूरी खिलाएं।
सूर्यकांत मणि अथवा माणिक्य धारण करें।
घर का मुख्य द्वार पूर्व दिशा में रखें।