वियनतियाने, 8 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद को लेकर एक बार फिर पाकिस्तान पर निशाना साधा और कहा कि ‘आतंक का निर्यात’ क्षेत्र के लिए साझा खतरा है।
यहां 14वें भारत-आसियान (दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्र संघ) शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने गुरुवार को कहा, “आतंक का निर्यात, उग्रवाद में वृद्धि और चरमपंथी हिंसा में विस्तार हमारे समाज के लिए साझा खुरक्षा खतरा हैं।”
इससे पहले चीन के हांगझू में चार-पांच सितंबर को जी20 सम्मेलन के दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण एशिया में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था, “दक्षिण एशिया में एकमात्र देश है, जो हमारे क्षेत्र में आतंकवादियों को बढ़ावा दे रहा है।”
प्रधानमंत्री ने दक्षिण पूर्व एशिया के साथ संबंधों को ‘सौहार्द का स्रोत’ करार देते हुए कहा कि आसियान भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति में अहम स्थान रखता है।
भारत-आसियान शिखर सम्मेलन के बाद गुरुवार को ही 11वां पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन होना है।
इससे पहले मोदी ने लाओस के अपने समकक्ष थोंगलाउन सिसोउलिथ और दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे से मुलाकात की।
यहां पहुंचने के तुरंत बाद मोदी ने बुधवार को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात की थी।
भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में 10 दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों- इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, वियतनाम और थाईलैंड के नेता भाग ले रहे हैं।
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में 10 आसियान देशों के नेताओं के अतिरिक्त भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस के नेता हिस्सा लेंगे।