टनकपुर (उत्तराखंड), 7 सितम्बर (आईएएनएस)। उत्तराखण्ड में चम्पावत जिले के टनकपुर में इलाज के दौरान लापरवाही से एक दलित युवक की मौत हो गई। इससे उग्र हुये सैकड़ों लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय नेपाल चीन सीमा की तरफ जाने वाले टनकपुर-लिपूलेख राजमार्ग पर दो घंटे तक जाम लगाया।
चम्पावत के पुलिस उपाधीक्षक नरेन्द्र रौतेला ने बताया कि बीती 28 अगस्त को एक सड़क दुर्घटना में 18 वर्षीय युवक राजकुमार के पैर में चोट लगने से दायें पैर की हड्डी टूट गई थी। पुलिस ने बताया कि टनकपुर स्थित सरकारी अस्पताल में तैनात हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा चलाये जा रहे निजी नर्सिग होम में मृतक के पैर में प्लास्टर किया गया लेकिन दो दिन बाद अचानक हालत बिगड़ने पर मृतक का पैर सुन्न होकर काला पड़ गया जिस वजह से पैर काटने की सलाह दी गई।
मृतक को पैर काटने हेतु दो दिन पूर्व बरेली (उप्र) के लिए रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान बुधवार को युवक की मौत हो गई। युवक की मौत के बाद गुस्साए दलित समाज के सैकड़ों लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय नेपाल तथा चीन सीमा की तरफ जाने वाले पिथौरागढ़ लिपूलेख मार्ग को दो घंटे तक जाम कर दिया।
पुलिस द्वारा कार्रवाई का आश्वासन देकर काफी मुश्किल से जाम खुलवाया गया। पुलिस ने सरकारी अस्पताल के चिकित्सक के निजी नर्सिग होम के नाम प्राथमिकी दर्ज कर ली है।