नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय ईसाई धर्मगुरुओं ने रविवार को मदर टेरेसा को संत घोषित किए जाने पर खुशी जताते हुए कहा कि वह प्रेम और करुणा की बोली बोलती थीं।
नई दिल्ली, 4 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय ईसाई धर्मगुरुओं ने रविवार को मदर टेरेसा को संत घोषित किए जाने पर खुशी जताते हुए कहा कि वह प्रेम और करुणा की बोली बोलती थीं।
कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) ने एक ट्वीट में कहा, “हम मदर के द्वारा स्थापित मिशनरीज ऑफ चैरिटीज के लिए प्रार्थना करते हैं।”
सीबीसीआई ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “गरीब, जिनसे वह प्रेम करती थीं, वे भी हमारे हैं।”
धर्मशास्त्री फादर फ्रांसिस गोंसाल्विस ने ‘सीएनएन न्यूज 18’ से कहा, “मदर टेरेसा की खूबसूरती उनका शर्त रहित प्रेम है। वह प्रेम की भाषा बोलती हैं और उन्होंने अपने उपदेशों के जरिए नहीं, बल्कि हमेशा दया और करुणा से दूसरों को सीख दी।”
उन्होंने कहा, “सभी मौके पर उपस्थित नहीं हो सकते, लेकिन सभी एकजुट हैं और संत मदर टेरेसा द्वारा किए गए चमत्कारों के लिए ईश्वर की स्तुति कर रहे हैं।”
फादर सावरिमुथु ने कहा, “मदर टेरेसा ने हमें प्रेम का सही अर्थ समझाया और और समझाया कि बांटने के लिए प्रचुर होना जरूरी नहीं है, बल्कि हमारे पास जो भी है, हमें उसे ही बांटना चाहिए।”
पोप फ्रांसिस ने रविवार को मदर टेरेसा को ‘संत’ घोषित किया है।