नई दिल्ली, 3 सितम्बर (आईएएनएस)। मैगपी स्पोर्ट्स ग्रुप ने शनिवार को इंडियन चैम्पियंस लीग (आईसीएल) के पहले संस्करण के लिए अपनी कार्ययोजना की घोषणा कर दी है।
नई दिल्ली, 3 सितम्बर (आईएएनएस)। मैगपी स्पोर्ट्स ग्रुप ने शनिवार को इंडियन चैम्पियंस लीग (आईसीएल) के पहले संस्करण के लिए अपनी कार्ययोजना की घोषणा कर दी है।
आईसीएल का आयोजन मास्टर्स क्रिकेट लीग (एमसीएल) की तर्ज पर किया जा रहा है। फ्रेंचाइजी आधारित यह टी-20 टूर्नामेंट संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित किया जाएगा।
मैगपी स्पोर्ट्स ग्रुप के निदेशक मनीष कुमार चौधरी ने आईएएनएस को बताया कि आईसीएल के आयोजक वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा खिलाड़ियों और पूर्व खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
अधिकारी ने कहा कि आईसीएल युवा खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेलने और सीखने का मौका प्रदान करेगी। अधिकारी ने इस बात की भी पुष्टि की है कि उन्होंने कई भारतीय खिलाड़ियों से संपर्क किया है।
चौधरी ने शनिवार को आईएएनएस को बताया, “हम भारतीय टीम और रणजी ट्रॉफी के खिलाड़ियों को अपने साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं। एक बार जब भारतीय टीम के खिलाड़ी अपने विदेश दौरे से लौट आएंगे तब हम उनसे बात करेंगे।”
उन्होंने कहा, “आईसीएल में पूर्व और वर्तमान खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। हम युवा और उभरते हुए खिलाड़ियों को भी मौका देंगे। हम जल्द ही प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों को आईसीएल में लाने के लिए चयन शिविर लगाएंगे।”
हालांकि शुरू होने से पहले ही लीग का आयोजन खतरे में पड़ता दिख रहा है। फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एफआईसीए) ने खिलाड़ियों को इससे न जुड़ने की बात कही है। उनका कहना है कि यह लीग आईसीसी से मान्यता प्राप्त नहीं है।
एफआईसीए क्रिकेट खिलाड़ियों की वैश्विक संस्था है जिसमें हर देश के खिलाड़ी शामिल हैं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड भी आईसीएल को लेकर रुचि नहीं ले रहा है और ऐसी खबरें हैं कि उसने पहले ही आईसीएल के आयोजकों का प्रस्ताव ठुकरा दिया था।
हालांकि चौधरी का कहना है कि लीग के आयोजक इसके आयोजन को लकेर प्रतिबद्ध हैं और इसी महीने में वह आईसीसी के साथ इसको लेकर चर्चा करने वाले हैं।
चौधरी ने कहा, “हम इस महीने के अंत में आईसीसी बोर्ड से मिलेंगे। हमने विशेषज्ञों के तौर पर कई पूर्व खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ लिया है। कपिल देव हमारे साथ बोर्ड में हैं। इसके साथ ही हम भारत के पूर्व विकेटकीपर सैयद किरमानी को भी अपने साथ लाने के प्रयास में हैं। हम कई और पूर्व खिलाड़ियों से बात कर रहे हैं लेकिन हम उनके नाम नहीं बता सकते।”
उन्होंने कहा, “हमें बीसीसीआई से कोई लेना देना नहीं है। हम आईसीसी से संपर्क कर रहे हैं। अगर हमें लीग भारत में करानी होती तो हमें बीसीसीआई की मंजूरी की आवश्यकता पड़ती। लेकिन चूंकि हम दुबई में लीग का आयोजन कर रहे हैं इसलिए हमें आईसीसी से बात करने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा, “हम आईसीसी के दिशा निर्देशों के मुताबिक टूर्नामेंट का आयोजन करेंगे।”
ऐसी भी खबरें हैं कि पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया भी इस लीग से जुड़ सकते हैं, लेकिन चौधरी ने ऐसी अटकलों को सिरे से खारिज किया है।
कनेरिया को 2010 में फिक्सिंग के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद आईसीसी ने भी इस गेंदबाज पर प्रतिबंध लगा दिया था।
चौधरी ने कहा, “मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि दानिश कनेरिया आईसीएल का हिस्सा होंगे। यह सही नहीं है। आईसीसी ने उन पर प्रतिबंध लगाया है इसलिए हमने उन्हें आईसीएल में खेलने का प्रस्ताव नहीं दिया है।”
इस लीग में आठ फ्रेंचाइजी होंगी और कुल 52 मैच खेले जाएंगे जिनमें दो सेमीफाइनल और एक फाइनल भी शामिल है। हर टीम लीग दौर में छह मैच खेलेगी।
खिलाड़ियों की कीमत एक लाख से 20 लाख रुपये तक होगी। विजेता टीम को एक करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
कई खिलाड़ियों ने इस लीग में हिस्सा लेने की पुष्टि कर दी है। जिनमें वेस्टइंडीज के शिवनारायण चंद्रपाल (15 लाख), टिनू बेस्ट (12 लाख), प्रेडो कोलिंस (10 लाख), रयान हिंड्स (आठ लाख), फ्लोयेड राफेर (नौ लाख) शामिल हैं।
न्यूजीलैंड के ल्यूक वुडकॉक (10 लाख), गारेथ हॉपकिंस (11 लाख), जिम्बाब्वे के मार्क वर्मेलिन (11 लाख), स्काटलैंड के प्रेस्टोन मोम्मसेन (10 लाख), और पाकिस्तान के तेज गेंदबाज राणा नवीद ने भी लीग में खेलने के लिए हामी भर दी है।