चेन्नई, 31 अगस्त (आईएएनएस)। पांचवीं विश्व वरीयता प्राप्त महिला शतरंज खिलाड़ी हरिका द्रोणावल्ली के नेतृत्व में भारतीय महिला शतरंज टीम को आगामी शतरंज ओलम्पियाड में पदक जीतने का पूरा भरोसा है।
चेन्नई, 31 अगस्त (आईएएनएस)। पांचवीं विश्व वरीयता प्राप्त महिला शतरंज खिलाड़ी हरिका द्रोणावल्ली के नेतृत्व में भारतीय महिला शतरंज टीम को आगामी शतरंज ओलम्पियाड में पदक जीतने का पूरा भरोसा है।
अजरबेजान की राजधानी बाकू की मेजबानी में अगले माह होने वाले शतरंज विश्व ओलम्पियाड में भारतीय महिला टीम को पांचवीं वरीयता दी गई है।
भारतीय टीम का औसत ईएलओ रेटिंग 2,410 है, जबकि 2528 औसत ईएलओ रेटिंग के साथ चीन को शीर्ष वरीयता मिली है। रूस (2493), यूक्रेन (2485) और जॉर्जिया (2474) की टीमें भारत से अधिक वरीयता वाली हैं।
द्रोणावल्ली (2542) के अलावा भारतीय टीम में अंतर्राष्ट्रीय मास्टर (आईएम) पद्मिनी राउत (2415), महिला ग्रैंड मास्टर (डब्ल्यूजीएम) सौम्या स्वामिनाथन (2370), अंतर्राष्ट्रीय मास्टर (आईएम) तानिया सचदेव (2396) और महिला अंतर्राष्ट्री मास्टर (डब्ल्यूआईएम) प्रत्युषा बोड्डा (2329) शामिल हैं।
द्रोणावल्ली ने आईएएनएस से कहा, “आंकड़ों के आधार पर देखा जाए तो हमारे पदक जीतने की संभावाएं प्रबल हैं। हमसे बेहतर वरीयता वाली अन्य चारों टीमें भी अच्छी हैं। अगर हम इन शीर्ष चार टीमों में से किसी एक के खिलाफ जीत हासिल करने में सफल रहते हैं तो हमारे पदक जीतने की संभावना बढ़ जाएगी।”
हालांकि द्रोणावल्ली ने यह भी कहा कि किसी खिलाड़ी का प्रदर्शन दिन विशेष पर निर्भर करता है।
उन्होंने कहा, “अगर भारतीय टीम की पाचों खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करती हैं तो हम पदक जीत सकते हैं।”
द्रोणावल्ली ने चीन की टीम को सबसे बड़ी चुनौती बताया।
भारतीय महिला टीम 2012 के ओलम्पियाड में चौथे स्थान पर रही थी, लेकिन पांचवीं वरीयता के साथ 2014 के ओलम्पियाड में उतरी भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा था और वे 10वां स्थान हासिल कर पाई थीं।
भारतीय महिला शतरंज टीम के पिछले ओलम्पियाड में प्रदर्शन पर एक कोच ने पहचान की गोपनीयता के शर्त पर आईएएनएस को बताया, “भारतीय महिला टीम का प्रदर्शन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। पिछले ओलम्पियाड में उन्हें कमतर वरीयता वाली टीमों के खिलाफ भी काफी परेशानी हुई थी। अपनी वरीयता के अनुरूप उनके प्रदर्शन में स्थायित्व देखने को नहीं मिला है।”
उन्होंने कहा कि अपनी वरीयता को देखते हुए यदि वे इस ओलम्पियाड में पांचवां स्थान हासिल करती हैं तो भी इसे अच्छा प्रदर्शन माना जाएगा, क्योंकि प्रतयोगिता में काफी तगड़ी टीमें खेलेंगी।
भारतीय टीम के कप्तान अंतर्राष्ट्रीय मास्टर विशाल सरीन ने आईएएनएस से कहा, “इस बार भारतीय टीम काफी संतुलित है। हाल ही में हुए एशिया नेशंस कप में हमने चीन के साथ ड्रॉ खेला। मैं गंभीरता पूर्वक कहना चाहूंगा कि हमारे पदक जीतने की पूरी संभावना है।”
सरीन ने हालांकि टीम की बोर्ड ऑर्डर रणनीति का खुलासा नहीं किया और कहा कि भारतीय टीम में शामिल खिलाड़ियों ने बहुत सही समय पर अपना फॉर्म हासिल कर लिया है।
ओलम्पियाड-2014 में व्यक्तिगत प्रदर्शन के आधार पर स्वर्ण पदक जीतने वाली राउत ने कहा कि वह ओलम्पियाड की तैयारियों के लिए रोज मेडिटेशन, योग और तैराकी कर रही हैं और घंटों अपने शतरंज बोर्ड पर बिता रही हैं।
राउत ने कहा, “हमें शुरुआत में कुछ राउंड जीतने होंगे और इसके बाद सुनिश्चित करना होगा कि आगे के राउंड में हम हारें नहीं।”