जोधपुर/ इंदौर।। नाबालिग छात्रा से बलात्कार के आरोप में घिरे आसाराम बापू को थोड़ी राहत मिली है। जोधपुर पुलिस ने आसाराम के खिलाफ रेप का केस वापस ले लिया है, उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न और छेड़खानी की कोशिश का मामला चलता रहेगा। जोधपुर पुलिस की टीम उनके अहमदाबाद आश्रम में समन सौंप चुकी है। अब अगले चार दिनों के भीतर यानी 30 अगस्त तक आसाराम बापू को जोधपुर पुलिस के सामने पूछताछ के लिए पेश होना होगा। जोधपुर पुलिस ने आसाराम के साथ-साथ छिंदवाड़ा गुरुकुल की संचालिका, हॉस्टल वॉर्डन और आसाराम के प्रमुख सेवादार शिवा को भी समन भेजा है। इस बीच, पीड़ित छात्रा के पिता ने कहा है कि बापू ने पूरे परिवार को वशीकरण विद्या से हमें बर्बाद कर दिया।
दूसरी तरफ, अपने ऊपर लगे आरोप पर आसाराम ने इंदौर में प्रवचन के दौरान सफाई दी। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में अग्रिम जमानत नहीं लेंगे, सच खुद ही सबके सामने आ जाएगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे बुरा लगता है लोग उस लड़की को पीड़ित कह रहे हैं, जबकि वह पवित्र है। उसने मुझसे दीक्षा ली है। उसके माता-पिता ने भी दीक्षा ली है, तो वह मेरी नातिनी और पोती के समान हुई।’
जोधपुर के डीसीपी अजय लांबा ने सोमवार को न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा कि रेप की पुष्टि नहीं होने के वजह से आसाराम के खिलाफ धारा-376 के तहत दर्ज मामला वापस ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कमला मार्केट थाने में दर्ज शिकायत में उनके खिलाफ रेप का मामला दर्ज भी किया गया था। उनका कहना है कि केस जोधपुर ट्रांसफर होने के बाद जांच में रेप की पुष्टि नहीं हो पाई है। डीसीपी ने बताया कि यौन उत्पीड़न और छेड़खानी का मामला आसाराम के खिलाफ चलता रहेगा। इस बीच, छिंदवाड़ा और शाहजहांपुर गईं पुलिस टीमों ने भी जांच शुरू कर दी है।
पीड़ित से पूछताछ में पता चला है कि आसाराम बापू नाबालिग को अनुष्ठान के बहाने जोधपुर में मणाई स्थित आश्रम में पिछले दरवाजे से अपने कमरे में ले गए थे। उस समय अनुष्ठान के भ्रम में उसके माता-पिता कमरे के बाहर प्रार्थना कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित छात्रा आसाराम के पास नहीं जाना चाहती थी पर परिवारवालों की अंधभक्ति के कारण उसे आश्रम जाना पड़ा।
15 अगस्त की रात आसाराम के आदेश पर पीड़ित और उसके माता-पिता आश्रम में उनके कमरे के पास माला फेर रहे थे। आसाराम मुख्य दरवाजे से कमरे में घुसे और फिर वह पिछले दरवाजे से इलाज के बहाने छात्रा को कमरे में ले गए। वारदात के बाद पीड़िता ने कमरे के बाहर बने बाथरूम में हाथ-मुंह धोया और परिवार वालों के पास चली गई।
पूछताछ में युवती ने कमरे और बाथरूम के समानों के बारे में सटीक उत्तर दिया है। पुलिस पीड़ित को कमरे में ले जाने के बाद के घटनाक्रम की पुष्टि में लगी है। वारदात के दूसरे दिन आसाराम ने सेवादारों को निर्देश दिया कि पीड़ित को माता-पिता के साथ स्टेशन पहुंचा दिया जाए।
इस बीच, पीड़ित छात्र के पिता ने अपने गृहशहर शाहजहांपुर में आसाराम पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि बापू ने वशीकरण विद्या से पूरे परिवार को वश में कर बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि जो बेटी बापू को ईश्वर मानती थी, उसके साथ राक्षस जैसा व्यवहार करके उसे कहीं का न छोड़ा।
नीलम को भी नोटिस
आसाराम बापू की प्रवक्ता नीलम दूबे को भी नई दिल्ली पुलिस आज नोटिस भेज रही है। जिले के डीसीपी एसबीएस त्यागी के मुताबिक नीलम को आज दोपहर बाद नोटिस भेज कर जांच अधिकारी के सामने पेश होने के लिए कहा जा रहा है। नीलम शायद राजस्थान में है। नीलम के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, नफरत फैलाने जैसे आरोपों के तहत संसद मार्ग थाने में मामला दर्ज किया गया है। नीलम द्वारा आसाराम की तुलना गौतम बुद्ध, गुरु नानक से करने पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने शिकायत दर्ज की। शिकायत के आधार पर कल केस दर्ज कर लिया गया।